संस्कृत के छात्रों को हर साल मिलेगी 5 से 25 हजार रु. तक की छात्रवृत्ति, जानिए कैसे ?

संस्कृत भाषा के विकास के लिए केंद्र सरकार ने एक नयी पहल शुरू की है। केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय द्वारा संचालित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने इसे बढ़ावा देने के लिए संस्कृत पढ़ने वाले मेधावी बच्चों को सालाना छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया है। इसके तहत 9वीं से पीएचडी तक के संस्कृत स्टूडेंट्स को हर साल 5 हजार से 25 हजार रुपए तक की स्कॉलरशिप मिलेगी। ।
केंद्र सरकार दवारा मिलने वाली छात्रवृत्ति का भुगतान जुलाई में डीबीटी के माध्यम से होगा। इसके लिए छात्र केवल ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 28 मार्च तक आवेदन करने की तिथि निर्धारित की गई है। इसके अलावा डाक या किसी ओर माध्यम से भेजा गया आवेदन स्वीकार्य नहीं होगा।
आवेदन के लिए ये होंगी शर्तें
- स्कॉलरशिप के लिए एप्लीकेशन फॉर्म सिर्फ ऑनलाइन ही स्वीकार्य किए जाएंगे। कोई भी एप्लीकेशन फॉर्म या सर्टिफिकेट डाक या अन्य जरिए से भेजने पर विचार नहीं होगा।
- इंटर तक के स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप के लिए सिर्फ संस्कृत विषय के अंकों के आधार पर वरीयता क्रम तैयार किए जाएंगे, परंतु संस्कृत ऑनर्स के लिए पहले के सभी विषयों के पूर्णांक पर वरीयता क्रम निर्धारित होंगे।
योग्यता
- पिछली कक्षा में ऐच्छिक विषय के रूप में 100 अंकों की संस्कृत भाषा ली गई हो।
- संस्कृत भाषा की परीक्षा में जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स के न्यूनतम 60 फीसदी अंक हो।
- ओबीसी स्टूडेंट के लिए 55 प्रतिशत और अनुसूचित जाति-जनजाति, दिव्यांग श्रेणी के लिए 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य है।
जुलाई में डीबीटी के जरिए होगा भुगतान
- 05 हजार रुपए 9वीं और 10वीं के लिए
- 06 हजार रुपए 11वीं-12वीं के लिए
- 08 हजार रुपए स्नातक के लिए
- 10 हजार रुपए पीजी के स्टूडेंट्स के लिए
- 25 हजार रुपए पीएचडी या उसके समकक्ष के लिए