रोहिणी आचार्य राजनीतिक विवाद

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन की करारी हार के बाद पहले से ही सवालों में घिरी RJD अब परिवारिक विवादों की वजह से नई उथल-पुथल का सामना कर रही है। शनिवार को RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का चौंकाने वाला ऐलान किया। इससे एक दिन पहले तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी को “फेलस्वी” कहकर नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठाए थे। रोहिणी के इस बयान ने पार्टी के भीतर चल रहे तनाव को और तीखा कर दिया है।

रोहिणी ने एक्स पर लिखा कि संजय यादव और रमीज ने उनसे यही कदम उठाने के लिए कहा था और वह “सारा दोष अपने ऊपर ले रही हैं।” इस दावे ने राजनीतिक हलकों में नई चर्चा को जन्म दे दिया है। RJD की हार के बाद से ही नेतृत्व, रणनीति और चुनाव अभियान को लेकर पार्टी में अंदरूनी आरोप-प्रत्यारोप जारी थे। ऐसे में रोहिणी का बयान पार्टी की स्थिति को और जटिल बना रहा है।

202 सीटों की करारी हार के बाद बढ़ा राजनीतिक तूफान

बिहार चुनाव में एनडीए ने 202 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया, जबकि महागठबंधन 35 सीटों पर सिमट गया। चुनावी नतीजों के बाद से ही RJD पर खराब रणनीति, कमजोर नेतृत्व और असंगठित अभियान का आरोप लगता रहा। तेज प्रताप और अब रोहिणी के बयानों ने यह साफ कर दिया है कि पार्टी के शीर्ष परिवार के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है।

फिलहाल RJD या परिवार की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में रोहिणी के पोस्ट को लेकर भारी चर्चा है और इसे RJD के भीतर बड़े टूटन के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। आने वाले दिनों में यह विवाद पार्टी की दिशा और नेतृत्व पर गहरा असर डाल सकता है।