गिरिडीह फर्जी स्पेशल ब्रांच अधिकारी शराब चोरी मामला

गिरिडीह में स्पेशल ब्रांच का अधिकारी बनकर पिछले छह साल से सर्किट हाउस में डेरा जमाए बैठे शशि कुमार सिंह की असलियत तब खुली, जब वह उत्पाद विभाग के डिपो से जब्त शराब चोरी करते पकड़ा गया। बिहार के नवादा निवासी शशि, अपने दो साथियों – मनोज मंडल और पंकज यादव – के साथ रविवार को 23 पेटी शराब के साथ गिरफ्तार हुआ। पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया।
जांच में पता चला कि शशि पिछले नौ वर्षों से खुद को स्पेशल ब्रांच अधिकारी बताकर गिरिडीह पुलिस प्रशासन को गुमराह कर रहा था। वह जिले की हर गतिविधि में शामिल रहता था और पुलिस भी उसे अपना सहयोगी समझती थी। विवाद, बैठकी और थानों के अंदर होने वाले मामलों में वह सक्रिय रूप से शामिल दिखता था। अपराधियों और काले धंधेबाजों से उसका गहरा संपर्क था और वह स्पेशल ब्रांच के नाम पर उगाही भी करता था।

विभाग के गोदाम पर ताला तोड़कर लगाया था अपना ताला

उत्पाद अधीक्षक महेंद्र सिंह देव के अनुसार, 28 नवंबर को उन्हें सूचना मिली कि जब्त की गई शराब कुछ माफिया बिहार भेजने की तैयारी में हैं। इसके बाद उत्पाद थाना के एसआई महेंद्र देवगण के नेतृत्व में एक छापामारी टीम बनाई गई।
टीम ने गिरिडीह कॉलेज के पास एक संदिग्ध कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक तेज गति से भागने लगा। पुलिस ने ओवरटेक कर वाहन को रोका और मनोज मंडल को वहीं दबोच लिया। पूछताछ में मनोज ने बताया कि शराब सर्किट हाउस से लाई गई थी।
इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने आगे कार्रवाई करते हुए बड़ा चौक स्थित एक चाय दुकान से शशि सिंह और पंकज यादव को गिरफ्तार किया।
उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि विभाग के तीन गोदाम – बरमसिया, पपरवाटांड़ और पुराना सर्किट हाउस – सील किए गए हैं और चाबी उनके पास रहती थी। लेकिन जांच में पता चला कि शशि ने गोदाम का मूल ताला तोड़कर अपना ताला लगा रखा था और लंबे समय से चोरी का खेल चल रहा था।