रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर इंडिगो की उड़ान सेवाओं में जारी संकट बुधवार को नौवें दिन भी बना रहा। इंडिगो के तीन विमानों के रद्द होने से कुल छह उड़ानें प्रभावित रहीं, जिसके कारण करीब 1,000 यात्रियों की आवाजाही रुक गई। रांची–दिल्ली, दिल्ली–रांची, रांची–हैदराबाद और हैदराबाद–रांची की उड़ानें प्रभावित रहीं।
कंपनी के संचालन संकट और पायलट-क्रू की समस्या के चलते रांची से दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई की सीधी उड़ानों की बुकिंग 14 दिसंबर तक उपलब्ध नहीं है। इससे यात्रियों को भारी असुविधा और किराए में तेज़ उछाल झेलना पड़ रहा है।
किराए में लगी आग, सीटें भी उपलब्ध नहीं
रांची से दिल्ली के लिए किराया 10,997 रुपये, रांची से बेंगलुरु 17,000–20,000 रुपये और रांची से मुंबई 20,000–22,000 रुपये तक पहुंच गया है। इसके बावजूद अनुकूल तिथियों में सीटें लगभग फुल हैं। कई यात्रियों को यात्रा तिथि पर ही नई बुकिंग या रि-शेड्यूल कराने हेतु इंडिगो काउंटर पर जाना पड़ा, जहां लंबी कतारें देखने को मिलीं।
यात्री संख्या में भारी गिरावट
इंडिगो संकट शुरू होने के बाद से रांची एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
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सामान्य दिनों में: 52 उड़ानों में लगभग 8,500 यात्री
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अब यह गिरकर: 7,190 यात्री
गंभीर स्थिति छह दिसंबर को तब सामने आई जब 11 उड़ानें रद्द होने से संख्या घटकर 5,894 यात्रियों तक रह गई।
एयरपोर्ट पर सहायता टीम तैनात
इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के कारण एयरपोर्ट अथॉरिटी, इंडिगो और CISF अधिकारियों की एक संयुक्त टीम तैनात की गई है। यह टीम:
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यात्रियों को उड़ानों की स्थिति
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रीबुकिंग
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रिफंड
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अन्य आवश्यक सहायता
प्रदान कर रही है। एयरपोर्ट निदेशक विनोद कुमार ने कहा कि स्थिति सामान्य होने की ओर है और 9 व 10 दिसंबर को इंडिगो की ऑन-टाइम परफॉर्मेंस 66.7% दर्ज की गई।
एयर इंडिया एक्सप्रेस पर असर नहीं
रांची से प्रतिदिन कुल 26–27 उड़ानें संचालित होती हैं, जिनमें इंडिगो की 18 और एयर इंडिया एक्सप्रेस की आठ उड़ानें शामिल हैं। एयर इंडिया एक्सप्रेस पर इंडिगो संकट का प्रभाव नहीं पड़ा है और उसका संचालन सामान्य रूप से जारी है।
यात्रियों की परेशानी कब खत्म होगी?
इंडिगो के अनुसार क्रू और संचालन से जुड़ी समस्या को हल करने के प्रयास जारी हैं, लेकिन 14 दिसंबर से पहले स्थिति सामान्य होने की संभावना कम है। जब तक बुकिंग बंद है, यात्रियों को महंगे विकल्प या वैकल्पिक रूटों का सहारा लेना पड़ रहा है।
एयरपोर्ट प्रबंधन ने क्या कदम उठाए?
भीड़ और तनाव को देखते हुए एयरपोर्ट प्रशासन ने विशेष सहायता काउंटर और संयुक्त मॉनिटरिंग टीम तैनात की है। अधिकारी लगातार टर्मिनल क्षेत्र में घूमकर परेशान यात्रियों की मदद कर रहे हैं। एयरपोर्ट प्रबंधन का दावा है कि समन्वित प्रयासों से स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है।