घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की वोटिंग से ठीक पहले सोमवार की देर रात खूब बवाल हुआ, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को मुसाबनी थाना क्षेत्र के सुरदा क्रॉसिंग के पास बंधक बना लिया। झामुमो कार्यकर्ताओं का आरोप था की बाबूलाल सोरेन रात के अंधरे में पैसा बांटने पहुंचे थे, इधर सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची।

दोनों पक्षों में विवाद बढ़ते देख पुलिस ने बाबूलाल सोरेन को थाने ले आयी। जब मामला शांत हुआ तो देर रात में ही पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया, जिसके बाद बीजेपी उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन अपने समर्थकों के साथ थाना से चले गए।

क्यों बनाया बंधक

जानकारी के अनुसार, घटना रात करीब 10 बजे की है। झामुमो कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बाबूलाल सोरेन उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए पैसे बांटने पहुंचे थे। इसकी भनक लगते ही झामुमो कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और उन्हें सुरदा क्रॉसिंग स्थित एक होटल के अंदर बंद कर बाहर से शटर गिरा दिया। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हो गया।

 

मौके पर घाटशिला के एसडीओ सुनील चंद्र, एसडीपीओ अजीत कुजूर और मुसाचनी डीएसपी संदीप भगत भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। इधर, बड़ी संख्या में झामुमो और भाजपा के कार्यकर्ता भी मौके पर जुट गए और एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। देर रात तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। पुलिस दोनों पक्षों को शांत कराने में सफल रही। इसके बाद दोनों ही दलों के समर्थक वापस चले गए।

चंपाई सोरेन बोले- झामुमो आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहा 

पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी उम्मीदवार के पिता चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया पर लिखा- घाटशिला उपचुनाव में हार के डर से बौखलाया झामुमो आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहा है। नियमतः 48 घंटे पहले बाहरी लोगों को यहां से चले जाना था, लेकिन कई बाहरी मंत्री विधायक घाटशिला के गांवों में खुलेआम पैसे बांट रहे हैं। इस बारे में एसडीओ, उपायुक्त व चुनाव आयोग को सूचना दी गई है।