झारखंड: 30 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गिरफ्तार, 20 साल से पुलिस कर रही थी तलाश, 15 लाख का था इनामी

झारखंड पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। झारखंड के 30 पुलिस कर्मियों का हत्यारा और 15 लाख का इनामी उग्रवादी रमेश गंझू उर्फ आजाद को गिरफ्तार कर लिया गया है। चतरा एसपी की अगुआई में 190 CRPF के ज्वाइंट ऑपरेशन में इसे बरवाडीह जंगल से गिरफ्तार किया गया है।
हजारीबाग के DIG नरेंद्र सिंह ने बताया कि भाकपा (माओवादी) संगठन के मगध जोन का यह रिजनल कमांडर था। झारखंड पुलिस को 20 वर्षों से इसकी तलाश थी। झारखंड के पलामू, चतरा, लातेहार और बिहार के गया औरंगाबद में इस पर 45 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया फिलहाल इसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही इसके सिर पर रखे इनाम की राशि पुलिसकर्मियों को बांटी जाएगी।
संगठन में क्रूरता के लिए जाना जाता था नक्सली आजाद
डीआइजी ने बताया कि लगभग 20 वर्षों से भाकपा माओवादी संगठन में सक्रिय नक्सली आजाद संगठन में क्रूर नक्सली के रूप में जाना जाता था। वर्ष 2013 में पलामू में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के बाद मारे गए पुलिसकर्मियों के पेट में नक्सली आजाद ने हीं बम प्लांट किया था। जब पुलिस के अधिकारी नक्सलियों का शव उठाने गए तो बम विस्फोट कर गया और फिर से नक्सली शहीद हो गए। वर्ष 2013 में ही आजाद के नेतृत्व में बिहार के औरंगाबाद स्थित पुलिस कैंप पर हमला की गई थी। इसमें आजाद व अन्य नक्सलियों ने पुलिस के 30 राइफल लूट लिए थे।
टीपीसी नक्सलियों के संहार का नेतृत्व कर रहा था आजाद
डीआईजी ने बताया कि वर्ष 2013 में ही भाकपा माओवादी के उग्रवादियों ने टीपीसी के 13 उग्रवादियों को पकड़कर नरसंहार कर दिया था। इस घटना का नेतृत्व भी आजाद कर रहा था। कुंदा थाना क्षेत्र में आजाद के नेतृत्व में टीपीसी के 13 नक्सलियों को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद इनके हथियार भी लूट लिए गए थे।
छह माह से अफीम तस्करी में जुटा था गिरफ्तार नक्सली आजाद
डीआईजी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली आजाद पिछले छह माह से नक्सली गतिविधि कम कर अफीम तस्करी में जुटा हुआ था। अफीम तस्करों से सांठगांठ कर वह अफीम खरीद बिक्री कर रहा था। उसके पास से गिरफ्तारी के समय डेढ़ लाख रुपए नगद भी बरामद किया गया है। डीआईजी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली को रिमांड पर लेकर पूछताछ किया जाएगा।
बिहार झारखंड में आजाद के नाम की बोलती थी तूती
झारखंड के कौलेश्वरी व बिहार के मगध जोन के रीजनल कमेटी सदस्य आजाद के नाम का बिहार और झारखंड में तूती बोलता था। आजाद बिहार झारखंड में विकास कार्यों में जुटे ठेकेदारों से लेवी वसूली वसूली का कार्य कर रहा था। ठेकेदारों के पास आजाद का फोन आने के बाद उनका नींद चैन सब उड़ जाता था। झारखंड व बिहार के विभिन्न थानों में इसके विरुद्ध 45 से अधिक मामले दर्ज है।