मानव तस्कर ने खोले राज़:40 हजार में बेची जाती थीं लड़कियां, अब तक 500 से ज्यादा का सौदा

झारखंड पुलिस ने बीते शुक्रवार को रांची एयरपोर्ट (Ranchi Airport) से मानव तस्करी मामले में पूनम बारला को गिरफ्तार किया था। पुलिस पुछताछ के बाद शनिवार को उसे जेल भेज दिया गया है। जेल भेजने से पहले पुलिस ने उससे पुछताछ की। जिसमें उसने कई खुलासे किए है।
पुलिस के सामने पूनम बारला ने बताया कि हर लड़की की एवज में उसे 40 हज़ार रुपए बतौर कमीशन के रूप में मिलते थे और अब तक उसने 500 से ज्यादा लड़कियों की तस्करी कर अपने साथ दिल्ली ले गई है। पुलिस को उसने बतया कि ये काम वह पिछले 8 साल से कर रही है।
पूनम बारला ने बताया कि लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर यहां से दिल्ली लेकर जाया जाता था। इसके लिए उसने दिल्ली में एक प्लेसमेंट एजेंसी खोल रखा है। जिसका नाम पूनम प्लेसमेंट सर्विस सेंटर है। दिल्ली ले जाने के बाद सभी लड़िकयों को दिल्ली में या महानगरों में दलाल बेच दिया करते थे।
दरअसल झारखंड में अशिक्षा और बेरोजगारी की वजह से गावों की भोली-भाली और मासूम आदिवासी बच्चियां आसानी से इन दलालों का शिकार बन जाती हैं। दलाल राज्य की मासूम बेटियों को नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली जैसे बड़े शहर में ले जाते है और फिर बेच देते हैं।
पुलिस ने रांची एयरपोर्ट से पूनम बारला के साथ जिन 7 लड़कियों के साथ पकड़ा था, वो अपने घर में बिना बताये ही दिल्ली जा रही थी। गरीब परिवार से आनेवाली इन लड़कियों को दलालों ने यह भरोसा दिलाया था कि पहले वे अपने घर में बिना बताये चलें और वहां काम मिल जाने के बाद अपने घरवालों को बतायें।
दलालों की बातों में आकर ये लड़कियां बिना बताये ही अपने घरों से निकल पड़ी, लेकिन ये नहीं जानती थी कि दिल्ली जाने के बाद ये किस दलदल में फसेंगी।