ghatshila election 2025

झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर मंगलवार को हुए उपचुनाव में जनता ने पूरे जोश के साथ मतदान किया। सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान शाम 5 बजे तक शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। इस बार 73.88% वोटिंग हुई, जिसके साथ ही 13 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला EVM में बंद हो गया। अब सभी की निगाहें 14 नवंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं, जब चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। यह उपचुनाव झामुमो (JMM) के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के शिक्षा मंत्री स्वर्गीय रामदास सोरेन के निधन के कारण खाली हुई सीट पर कराया गया है।

 महिलाओं और युवाओं में दिखा मतदान का उत्साह

ghatshila election 2025 .

सुबह की ठंड के बावजूद मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। 300 से अधिक मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। दिन चढ़ने के साथ वोटिंग में तेजी आई। कई ग्रामीण बूथों पर लंबी कतारें लगीं, वहीं शहरी इलाकों में मतदान की रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी रही। विशेष रूप से पहली बार वोट डालने वाले युवाओं और महिला मतदाताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला। प्रशासन ने दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर और सहायता केंद्रों की व्यवस्था की थी, जिससे वे भी आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।

 13 प्रत्याशी मैदान में, 9 पहली बार आजमा रहे किस्मत

इस उपचुनाव में कुल 13 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 9 प्रत्याशी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्य मुकाबला सत्ताधारी झामुमो (JMM) के उम्मीदवार सोमेश चंद्र सोरेन और भाजपा (BJP) के बाबूलाल सोरेन के बीच माना जा रहा है। झामुमो अपने दिवंगत नेता रामदास सोरेन की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए जनता से समर्थन मांग रहा है, जबकि भाजपा केंद्र सरकार की योजनाओं और संगठन की मजबूती के बूते चुनावी मैदान में उतरी है।

अन्य प्रत्याशियों में रामदास मुर्मू (Jailokem), पार्वती हांसदा (Peoples Party of India-Democratic), पंचायतन सोरेन (Bharat Adivasi Party), परमेश्वर टुडू, श्रीलाल किरकू, मानस राम हांसदा, नारायण सिंह, विकास हेमब्रुम, बसंत कुमार टोपनो, मनोज कुमार सिंह और रामकृष्ण कांती महली शामिल हैं। करीब 70% नए चेहरों की मौजूदगी से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। ज्यादातर प्रत्याशी सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं और पहली बार जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं।

 अब मतगणना पर टिकी निगाहें

शांतिपूर्ण मतदान के बाद अब सभी की निगाहें 14 नवंबर की मतगणना पर हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए हैं। स्थानीय लोगों में उत्सुकता है कि इस बार घाटशिला की जनता किसे अपना नया जनप्रतिनिधि चुनती है।