रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में आज बिना किसी सुरक्षा काफिले और पूर्व सूचना के औचक निरीक्षण कर प्रशासनिक अमले को चौंका दिया। मुख्यमंत्री ने शहर के प्रमुख और आम इलाकों का दौरा कर यातायात व्यवस्था, पैदल यात्रियों की सुविधा, साफ-सफाई, सार्वजनिक स्थलों की स्थिति और नागरिक सुविधाओं का प्रत्यक्ष रूप से जायज़ा लिया।

यह निरीक्षण पूरी तरह अनौपचारिक रहा, जिसमें मुख्यमंत्री ने आम नागरिकों की तरह सड़कों पर चलकर यह समझने की कोशिश की कि शहरवासियों को रोज़मर्रा की ज़िंदगी में किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर अव्यवस्थित ट्रैफिक, अतिक्रमण और सुविधाओं की कमी को लेकर उन्होंने अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए।

Ease of Living बेहतर बनाना सरकार की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि शहर का विकास केवल काग़ज़ों और फाइलों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उसका असर ज़मीन पर दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि रांची को एक सुरक्षित, समावेशी और खुशहाल शहर के रूप में विकसित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि शहरी विकास से जुड़े कार्यों में आम लोगों की जरूरतों, सुझावों और अनुभवों को गंभीरता से लिया जाए, ताकि शहर वास्तव में रहने, चलने और काम करने के लिहाज़ से बेहतर बन सके। उन्होंने अधिकारियों से त्वरित, प्रभावी और परिणामोन्मुखी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।

इस औचक निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ रांची के उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री और नगर आयुक्त श्री सुशांत गौरव भी मौजूद रहे। निरीक्षण को प्रशासनिक व्यवस्था को ज़मीनी स्तर पर मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।