घाटशिला उपचुनाव के लिए झामुमो प्रत्याशी सोमेश चन्द्र सोरेन शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। झामुमो उम्मीदवार के नामांकन के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की बाबा दिशोम गुरू शिबू सोरेन के निधन के बाद उनके पीछे-पीछे ही हमारे बड़े भाई मंत्री रामदास सोरेन का भी निधन हो गया न जाने क्या संजोग है।

यह हम नहीं बता सकते, लेकिन कोई ना कोई जरूर ताकत है जो ऐसी स्थिति पैदा करती। ऐसी स्थिति आई की हमने सोमेश बाबू को प्रत्याशी बताया। आप जिस तरीके से पिछले बार ऐतिहासिक रिकॉर्ड मत के साथ घाटशिला के इतिहास में पहली बार 20 से 22 हजार से अधिक वोट से आपके रामदास सोरेन को विधायक बनाया, इस बार ऐसा वोट करना है की विरोधी प्रत्याशी का खाता भी न खुले।

जमानत तक जब्त हो जाना चाहिए। इस बार वोट बंटने का नहीं है अभी तो दो-तीन दिन और चुनाव का पर्चा भरेगा। इसलिए अभी हम बहुत ज्यादा नहीं बोलते। जब मैदान में हम लोग आ जाते हैं तो हम लोग के ऊपर भी थोड़ा सा कुछ भूत चढ़ जाता है। कभी-कभी कुछ ज्यादा भी बोला जाता है। लेकिन अभी समय है।

हमारे विपक्ष के लोग पूरी तैयारी के साथ सुने यहां पर एक दर्जन मुख्यमंत्री पूरे अलग-अलग राज्य से आकर डेरा डालेंगे। एक दर्जन क्या दो दर्जन मुख्यमंत्री पर भी ये अकेला मुख्यमंत्री भारी पड़ेगा। वह इसलिए की यहां का मुख्यमंत्री हम नहीं यहां का मुख्यमंत्री सामने बैठी जनता है। उसकी ताकत मेरी ताकत है।