झारखंड में नहीं थम रहा है डायन के नाम पर अत्याचार,जानें क्या है पूरा मामला
नए साल के साथ 2023 का आगाज़ हो चुका है. दुनिया में सभी आधुनिकता की रेस में दौड़ रहे हैं लेकिन झारखंड में आज भी लोग डायन-बिसाही जैसे अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं. मामला जमशेदपुर के गांव ध्रुवालुपुंग टोला बलियाडीपा का है. यहां बीते 8 नवंबर को डायन बिसाही के नाम पर एक मार्मिक घटना घटी थी. थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया, लेकिन पुलिस व्दारा आज तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है.
क्या है मामला
8 नवंबर 2022 को पीड़िता लखी महली को डायन बताकर आरोपी ने उसके साथ मार पीट की. आरोपी ने मंगल सिंह महली के घर में घुसकर पुत्री पानसरी महली एवं पत्नी लखी महली के साथ मार पीट कर उनको जख्मी कर दिया था, पीड़िता के पति मंगल सिंह महली को जान से मारने की धमकी भी दी गई. पीड़िता के परिवार ने कोतवाली थाना में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. कोतवाली थाने पर कुछ कार्रवाई नहीं होने के कारण पीड़िता के पति 24 नवंबर 2022 को जमशेदपुर के पुलिस अधीक्षक के पास अपनी फरियाद ले कर गया. वहां उन्होंने अपने घर के सामने रहने वाले दुबई महली, फूलो हेम्ब्रम, रानी मार्डी, सोमाय मार्डी, क्षिता महली पर उनकी पत्नी को डायन बताकर गोली से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
आज तक आरोपियों पर नहीं हुई कार्रवाई
झारखंड सरकार व्दारा 3 जुलाई 2001 में डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम अंगीकृत किया गया है. फिर भी इस मामले की कार्यवाई आज तक नहीं की गई है. जमशेदपुर पुलिस अधीक्षक ने भी अब तक आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि पीड़िता के पति मंगल सिंह महली को अभी भी जान से मारने की धमकी मिल रही है। प्रशासन की लापरवाही के कारण कभी भी कोई अप्रिय घटना घटने की संभावना बनी हुई है।