21 साल बाद रामगढ़ में दूसरी बार होंगे उपचुनाव,जानें कौन कौन होंगे उम्मीदवार
रामगढ़ विधायक ममता देवी की विधायिकी जाने के बाद रामगढ़ में उपचुनाव के हलचल बढ़ने लगे हैं. इस सीट में कौन-कौन सी पार्टियां किसे अपना उम्मीदवार के रुप में उतार रही है फिलहाल सभी पार्टियों में इसे लेकर चर्चा जोरों पर चल रही है. पूर्व विधायक ममता देवी की विधायकी जाने के बाद इस सीट के प्रबल दावेदारों में से एक उनके पति बजरंग महतो का नाम आगे आ रहा है. और कयास लगाए जा रहे हैं कि आजसू चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी को टिकट दे सकती है।
बच्चे को गोद में लेकर करूंगा चुनाव प्रचार :बजरंग महतो
पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो का कहना है कि -मेरी पत्नी किसी भ्रष्टाचार के आरोप में जेल नहीं गयी वह आंदोलन की वजह से जेल में है इसलिए मुझे भरोसा है कि पार्टी मुझे मौका देगी। पार्टी जो भी तय करेगी हमें मंजूर होगा। ममता देवी के जेल जाने के बाद उनकी बच्ची की देखभाल बजरंग महतो ही कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि-मैं अपने बच्ची को साथ लेकर चुनाव प्रचार करूंगा। मेरी लड़ाई में वही मेरे साथ है, उसे इस लड़ाई से क्यों दूर रखना, मैं उसे साथ लेकर रैलियों में जाऊंगा।
क्या कहना है सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं का
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि- हम अपना उम्मीदवार उतारेंगे। पार्टी रामगढ़ में मजबूत स्थिति में है ,हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान बैठक के बाद होगा।
कांग्रेस के प्रवक्ता आलोग दुबे कहते हैं हमारी पार्टी कोई छोटी पार्टी तो हैं नहीं कि कहीं भी फैसला ले लिया यह केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा. हालांकि ममता देवी के पति मजबूत स्थिति में हैं। वह संगठन में सक्रिय भूमिका में हैं और उन्हें इस सीट पर दावा करने का हक भी है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा- अभी यह तय करने में वक्त लगेगा कि कौन उम्मीदवार होगा, हमने अभी इस पर कुछ भी तय नहीं किया है.
21 साल बाद रामगढ़ में दूसरी बार होंगे उपचुनाव
रामगढ़ विधानसभा सीट में 21 साल के बाद उपचुनाव होंगे। साल 2000 में सीपीआई के शब्बीर अहमद कुरैशी उर्फ भेड़ा सिंह के निधन के बाद उप चुनाव हुए थे। फरवरी, 2001 में यहां झारखंड का पहला उपचुनाव हुआ था. जिसमें बाबूलाल मरांडी ने स्वर्गीय भेड़ा सिंह की पत्नी नादरा बेगम को हराकर जीत हासिल की थी.