हेमंत सरकार देगी मल्टी परपस वर्करों को दिवाली का तोहफा, 6 हजार तक बढ़ेगा मानदेय

झारखंड की हेमंत सरकार अनुबंध पर कार्यरत मल्टी परपस वर्करों (एमपीडब्ल्यू) को दिवाली का तोहफा देने वाली है। इसके लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक प्रमुख डॉ जेपी सांगा ने राज्य के सिविल सर्जनों को पत्र लिखकर एमपीडब्ल्यू का ब्योरा मांगा है।
इस पत्र में उन्होंने सिविल सर्जनों से अनुबंध पर कार्यरत मल्टी परपस वर्करों की सूची मांगी है। इस सूची में वर्करों के नाम, पदस्थापन स्थान, नियुक्ति की तिथि और मासिक/वार्षिक मानदेय के अलावा कार्य की जानकारी मांगी है। हर एमपीडब्ल्यू का कार्य संतोषप्रद है या असंतोषप्रद इसकी भी जानकारी मांगी गई है। सभी सिविल सर्जनों के एक हफ्ते में ये सूची उपलब्ध करानी है। इसके बाद सरकार इन्हें सातवें वेतन पुनरीक्षण के अनुरूप मानदेय देगी।
दरअसल अनुबंध पर कार्यरत मल्टी परपस वर्करों (एमपीडब्ल्यू) को अभी सरकार 15,123 रुपए मानदेय दे रही है, लेकिन सातवें वेतन पुनरीक्षण के अनुरूप मानदेय दिए जाने के बाद इनका मानदेय 21,200 रुपए हो जाएगा। यानी प्रत्येक कर्मी के मानदेय में 6077 रुपए की बढ़ोतरी हो जाएगी।
जानकारी के मुताबिक सिविल सर्जनों द्वारा सूची उपलब्ध कराए जाने के बाद विभाग सातवें वेतन पुनरीक्षण के अनुरूप मानदेय देने की तैयारियों नें जुट गया और सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद दिवाली से पहले इन्हें सातवें वेतन पुनरीक्षण के अनुरूप मानदेय दिया जाएगा। इससे करीब 1843 एमपीडब्ल्यू वर्करों को फायदा होगा।