झारखंड में प्राइवेट स्कूलों की फीस कैसे होगी माफ, जब 20 दिनों बाद भी नहीं बनी कमेटी ?

देश में लॉकडाउन लागू हुए करीब दो महीने हो गए है, लेकिन दो माह के बाद भी हेमंत सरकार ने फीस माफी को लेकर अब तक किसी प्रकार की योजना नहीं बनाई है। जिससे अभिभावकों में असमंजस की स्थिति है।
राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो कई बार मीडिया के सामने बोल चुके है कि प्राइवेट स्कूलों में तीन महीने की फीस माफ होगी। इसके लिए उन्होंने कमेटी बनाने का भी ऐलान किया था, लेकिन करीब 20 दिन बाद भी फीस माफी को लेकर कोई कमेटी नहीं बनी है।
उधर प्राइवेट स्कूल अभिभावकों से फीस की मांग कर रहे है। कई अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर स्कूल के फीस मांगने के मैसज को शेयर भी किया है। वह असमंजस की स्थिति में है कि फीस भरे या ना भरे।
इधर स्कूल संचालकों का कहना है कि उनके पास ऐसा कोई विभागीय आदेश नहीं है। शिक्षा मंत्री के निर्देश पर झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने सिर्फ एक अनुरोध पत्र स्कूलों को भेज दिया, जबकि काउंसिल इसके लिए सक्षम नहीं है।
वहीं शिक्षा मंत्री पिछले दो माह से जब भी कैमरे पर आते है तो यही बोलते है कि हम प्राइवेट स्कूलों से तीन महीने की फीस माफ करवाऐंगे।
अब सवाल उठता कि
अगर सरकार फीस माफ करवाना चाहती है तो अब तक किसी प्रकार से विभागिय पहल शुरू क्यों नहीं किया गया ?
फीस माफी के लिए कमेटी को एक महीने में रिपोर्ट देनी तो फिर 20 दिनों बाद तक कमेटी क्यों नहीं बनी?
क्या शिक्षा मंत्री मीडिया के सुर्खियों में बने रहने के लिए सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं ?