झारखंड का लाल बना साइकिलिंग का गोल्डन ब्यॉय, जानें पूरी कहानी
झारखंड में टैलेंट की कोई कमी नहीं है. खास कर खेल जगत में राज्य के खिलाड़ी निरंतर राज्य का नाम आगे बढ़ा रहे हैं.इसी क्रम में एक नाम और जुड़ गया है, वो है बोकरो जिला का नारायण महतो, नारायण महतो ने साइकिलिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण हासिल कर राज्य का नाम रौशन कर दिया है. नारायण महतो ने अंडर-16 बालक वर्ग में मास स्टार्ट स्पर्धा में 40 किलोटर की दूरी 1 :31: 20 मिनट में पूरी कर स्वर्ण पदक जीता। नारायण ने कड़ी परिश्रम और दृढ़ इच्छा शक्ति से ये मुकाम हासिल किया है.
नारायण की कहानी
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट बताती है, कि नारायण बोकारो जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर कंदेर पंचायत के होन्हे गांव के रहने वाला है.बचपन से ही नारायण कुछ बड़ा करना चाहता था.लेकिन नारायण के घर की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी.इसलिए वो कुछ कर पाने में असमर्थ था. इसी दौरान साल 2017 में जेएसएसपीएस की ओर से खेल प्रतिभाओं की खोज के लिए अभियान चलाया गया। उस वक्त नारायण महतो के बड़े चचेरे भाई ने इस दौड़ में हिस्सा लेने के लिए नारायण को प्रेरित किया। फिर नारायण अपने घर में बिना बताए चुपके से 70 किलोमीटर दूर बोकारो जिला मुख्यालय में आयोजित ट्रायल में जा पहुंचा। उस वक्त नारायण महज 10 वर्ष का था. उस ट्रायल में उसका चयन हो गया. फिर रांची के खेलगांव स्थिज जेएसएसपीएस पहुंचने पर उसे वहां साइकिलिंग के लिए फिट माना गया और इसी स्पर्द्धा में उसने अपनी तैयारी शुरू कर दी। इसके बाद से ही नारायण के मेहनत और जीत का सिलसिला शुरु हुआ
नारायण की उपलब्धियां
नारायण अब तक कई प्रतियोगिताओं में पहले भी पदक जीत चुका है.नारायण ने नेशनल चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल हासिल किया. नारायण ने 27वें नेशनल सीनियर, जूनियर और सब जूनियर रोड साइकिलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड हासिल किया. यह प्रतियोगिता नासिक में आयोजित की गई थी.इसमें नारायण को अंडर 16 सब जूनियर रोड साइकिलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ.
नारायण ने बताया कि उसकी इस उपलब्धि में उसके प्रशिक्षक रामकुमार भट्ट और जेएसएसपीएस का बड़ा सहयोग रहा है.