झारखंड में अब ममता वाहनों की व्यवस्था होगी ऑनलाइन, सरकार ने बढ़ाई प्रति मरीज खर्च की दर
झारखंड में साल 2011 में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत केंद्र ने ममता वाहन की शुरुआत की थी. इसके तहत गर्भवती महिलाओं और एक वर्ष तक के बीमार शिशुओं को अस्पताल पहुंचाने एवं अस्पताल से वापस घर लाने की निशुल्क व्यवस्था की गई है. लेकिन इस व्यवस्था पर प्रति मरीज की दर काफी कम थी, इसे राज्य सरकार ने बढ़ाने का फैसला लिया है. साथ ही अब इस वाहन की सुविधा मरीज को ऑनलाइन प्राप्त हो जाएगी.
झारखंड सरकार ने ममता वाहन में प्रति मरीज खर्च को बढ़ाया
राज्य सरकार ने प्रति मरीज खर्च होने वाली अधिकतम राशि 800 रुपये से बढ़ाकर 1,250 रुपये कर दी है। अब मरीज के घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए पहले 6 किमी के लिए एकमुश्त 500 रुपये तथा इसके बाद प्रति किमी 13 रुपये की दर से भुगतान होगा। अस्पताल से घर वापस पहुंचाने के लिए प्रति किमी 13 रुपये की दर से ममता वाहन को भुगतान किया जाएगा। इसके साथ ही पिछले साल राज्य में शुरू हुई बाइक एंबुलेंस सेवा के लिए भी दर तय कर दी है। घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए पहले 6 किमी के लिए एकमुश्त 150 रुपये तथा इसके बाद प्रति किमी 5 रुपये की दर से भुगतान किया जाएगा। अस्पताल से घर वापस पहुंचाने के लिए 5 रुपये प्रति किमी की दर से भुगतान किया जाएगा।
वाहनों में होंगे जीपीएस सिस्टम
राज्य सरकार ममता वाहन के सुचारू रूप से संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं ऑनलाइन की कर रही है और सही दिशा निर्देश के लिए ममता वाहनों में जीपीएस सिस्टम भी लगाए जाएंगे, इसका संचालन एकीकृत कॉल सेंटर से होगा। आपको बता दें, कि ममता वाहन की सुविधा लाभुकों के लिए निशुल्क उपलब्ध होते हैं.