पलामू में प्रधानाध्यापक की शर्मनाक करतूत आयी सामने…छात्राओं को क्लास में दुपट्टा हटाकर बैठने को करता था मजबूर, पुलिस ने किया गिरफ्तार
पलामू के पांडू इलाके से बहुत ही शर्मनाक खबर सामने आयी है. प्रधानाध्यापक ने विद्यार्थी और गुरु के रिश्ते को लज्जित कर दिया है. पांडू के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर आरोप है कि वह छात्राओं से दुपट्टा हटाकर क्लास में बैठने को कहता था और ऐसा नहीं करने पर डंडे से उनकी पिटाई करता था।
पुलिस ने की कार्यवाई
प्रधानाध्यापक की शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को डीएसई मनोज कुमार व सदर मेदिनीनगर एसडीएम राजेश कुमार साह ने विद्यालय पहुंचकर शिकायत की जांच की। इस दौरान चार छात्राओं ने पूछताछ में बताया कि प्रधानाध्यापक स्केल से दुपट्टा हटाने का इशारा करते थे। और ऐसा नहीं करने पर डंडे से उनकी पिटाई करते थे। मामले की पूरी जांच के बाद बीईईओ महेंद्र प्रजापति ने पांडू थाने में प्रधानाध्यापक के खिलाफ लिखित शिकायत की, प्रधानाध्यापक विश्वनाथ राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पांडू थाना में रखा गया था, जिसके बाद बुधवार को जेल भेज दिया गया.
प्रधानाध्यापक की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है- प्रमुख प्रतिनिधि प्रदुम्न सिंह
जहां सभी लोग इस मामले को जानने के बाद प्रधानाध्यापक पर टिप्पणी कर रहे हैं. वही कुछ लोग इस मामले को साजिश बता रहे हैं. प्रमुख प्रतिनिधि प्रदुम्न सिंह ने कहा कि प्रधानाध्यापक विश्वनाथ राम पर गलत आरोप लगाए गए हैं .उन्होंने पूरे मामले को देखने के बाद कहा कि “छात्राओं को बहला- फुसलाकर कर एक ईमानदार प्रधानाध्यापक की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है।“ वहीं, जिला परिषद प्रतिनिधि गोविंद सिंह ने लोगों से कहा कि छोटे-मोटे मामले को तूल न दें।
प्रधानाध्यापक पर लगे आरोप की खबर मीडिया में आने के बाद उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे ने जांच के निर्देश दिये थे. जांच के बाद डीएसई मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापक विश्वनाथ राम के खिलाफ छात्राओं द्वारा लगाए गए आरोप सत्य पाए गए हैं। कई और बिंदु पर जांच की जा रही है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।