झारखंड के इस आश्रम के छात्र खेलों में लहरा रहे अपना परचम, बन रहे चैंपियन
जामताड़ा का नारायणपुर लाल आतंक से घिरे होने के बावजूद खेलजगत में अपना नाम कमा रहा है. दरअसल नारायणपुर के रामकृष्ण मिशन आश्रम के छात्र अपनी प्रतिभा से जिला और राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं. आश्रम के संन्यासी बीते कुछ सालों से गांव और छात्रों के विकास के मिशन में जुटे हैं।
एथलेटिक्स पर है विशेष जोर
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, नारायणपुर की स्थिति काफी जर्जर है.यहां गांव में आने तक का रास्ता सही से नहीं बन पाया है फिर भी आश्रम के छात्र अपनी प्रतिभा और मेहनत से अपनी मंजिल तक पहुंच रहे हैं. बता दें कि सीमित संसाधन के बीच नारायणपुर आश्रम में मिनी खेल गांव तैयार किया गया है। यहां एथलेटिक्स ट्रैक भी है, तीन फुटबॉल ग्राउंड, तीन इनडोर बैडमिंटन कोर्ट, इनडोर-आउटडोर बास्केटबॉल कोर्ट, खो-खो मैदान, वॉलीबॉल कोर्ट के साथ जिम्नेजियम भी है। तीरंदाजी के लिए जल्द इंटरनेशल लेवल का इनडोर और फील्ड आर्चरी एरिया भी तैयार हो रहा है। इसके अलावा दूसरे 6 आश्रमों में भी खेल मैदान हैं।
रामकृष्ण मिशन, नारायणपुर के प्रमुख स्वामी व्याप्तानंद ने बताया कि-‘वनवासी बच्चों को उत्कृष्ट खिलाड़ियों जैसी ट्रेनिंग देना हमने चैलेंज की तरह लिया। मेरा मानना है कि विषम हालात में काम करना ही हमारी ताकत रही है। हमारा फोकस है कि स्टैंडर्ड ऑफ स्पोर्ट्स को मेंटेन रखा जाए। हर खेल में अंतरराष्ट्रीय मानक की सुविधाएं दे सकें ताकि हमारा बच्चा हर प्लेटफॉर्म के लिए तैयार हो सके।’
एशिया कप के इंडिया कैंप तक में पहुंचे छात्र
अबूझमाड़िया बच्चों की टीम अंडर 14 और 17 फुटबॉल में पांच साल से चैम्पियन है। 8 खिलाड़ियों ने संतोष ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई किया था. आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां के पूर्व छात्र सुरेश ध्रुव एशिया कप के इंडिया कैंप का भी हिस्सा रह चुके हैं। अभी 10वीं में 91% हासिल करने वाली कम्लेश्वरी वॉलीबॉल के दो नेशनल टूर्नामेंट में धाक जमा चुकी हैं। पिछले वर्ष 2022 में 145 छात्र-छात्राएं अलग-अलग खेलों के नेशनल टूर्नामेंट खेल चुके हैं। इनमें फुटबॉल के 90 और खोखो के 18 खिलाड़ी हैं।