झारखंड के पलामू जिले में पुलिस ने खनिज परिवहन से जुड़े एक अंतरराज्यीय फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। छत्तरपुर थाना पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है जो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चालान का इस्तेमाल कर वास्तव में खनिज की लोडिंग झारखंड के पलामू और गढ़वा जिले के क्रशरों से करता था। इस बड़ी कार्रवाई में पुलिस ने पाँच ट्रक जब्त किए हैं और एक चालक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है। गिरफ्तार चालक की पहचान प्रिंस कुमार (26), पिता धनंजय यादव, निवासी – भोजपुर, बिहार के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह कई महीनों से सक्रिय था और राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुँचा चुका था।
कैसे चलता था अवैध खनन का फर्जीवाड़ा
छत्तरपुर पुलिस को पिछले कुछ दिनों से जानकारी मिल रही थी कि कुछ वाहन मालिक और क्रशर संचालक संगठित तरीके से फर्जी चालान बनाकर खनिज की तस्करी कर रहे हैं। ये लोग मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के क्रशर संचालकों से कम दरों पर चालान जारी करवाते थे, जबकि असली लोडिंग झारखंड के रामगढ़, चैनपुर, नवाबाजार, रंका और रमकंडा स्थित क्रशरों से होती थी। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी एक ही चालान पर कई बार ट्रिप कर खनिज परिवहन का रिकॉर्ड फर्जीवाड़ा करते थे, जिससे सरकारी राजस्व की भारी हानि होती थी। इस रैकेट में कई क्रशर मालिकों और परिवहनकर्ताओं की मिलीभगत पाई जा रही है। अभियान के दौरान पुलिस ने जिन ट्रकों को जब्त किया है, उनके नंबर हैं – BR03GA6744, BR03GA4470, BR03GA7414, NL01AH5868 और CG15ED8897। साथ ही मध्य प्रदेश से जारी चालान भी बरामद किए गए हैं।
केस दर्ज, आगे की जांच जारी
पलामू पुलिस ने इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की है। इन पर खनन और राजस्व से संबंधित क़ानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है, जिसमें BNS 2023, MMDR Act और Jharkhand Minerals (Prevention of Illegal Mining, Transportation and Storage) Rules, 2017 शामिल हैं। फिलहाल गिरफ्तार चालक से पूछताछ जारी है और पुलिस अन्य वाहन मालिकों, चालकों और क्रशर संचालकों की संलिप्तता की भी जांच कर रही है। अधिकारियों के मुताबिक, यह रैकेट न केवल झारखंड बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी खनिज परिवहन से जुड़े अवैध नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
किसने किया ऑपरेशन

छापामारी दल का नेतृत्व थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद ने किया। टीम में पु.अ.नि. सुशिल कुमार, स.अ.नि. राजीव कुमार, जिला परिवहन विभाग के अधिकारी और सशस्त्र बल शामिल थे। पुलिस अधीक्षक पलामू ने कहा कि यह कार्रवाई खनिज माफियाओं पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ी सफलता है और इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।