झारखंड के बजरंगी ने पैर गंवा कर भी हिम्मत नहीं हारी, अब खेलेंगे राष्ट्रीय पारा बैडमिंटन चैंपियनशिप
झारखंड के खिलाड़ियों के अंदर जो जुनून है उसकी कोई सीमा नहीं है. यहां के युवा हर परिस्थिति का सामना करने को तैयार रहते हैं. परिस्थितियों के आगे झुकते नहीं हैं बल्कि डटकर उनका सामना करते हैं. आज हम बात कर रहे हैं झारखंड के एक ऐसे ही खिलाड़ी बजरंगी की जो हादसे में अपना पैर गंवा चुके हैं लेकिन हिम्मत नहीं हारे हैं. अपने जुनून के दम पर अब बजरंगी नेशनल खेलने जा रहे हैं. हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक बजरंगी 23-26 मार्च-2023 तक होनेवाली राष्ट्रीय पारा बैडमिंटन चैंपियनशिप में भाग लेंगे।
बजरंगी का सफर
बजरंगी धनबाद के मैथन में रहते हैं. बजरंगी ने अपने पिता कमलेश्वर प्रसाद राव से प्रेरित होकर 2001 में खेल की दुनिया में कदम रखा। खेल जगत में उनका सफर अच्छा चल रहा था इसी बीच 27 फरवरी 2017 को बजरंगी देवघर में ऑफिस का कार्य समाप्त होने के उपरांत घर की ओर लौट रहे थे कि अचानक एक ट्रैक्टर ने गलत दिशा में आकर धक्का मार दिया, जिसमें एक पैर में गंभीर चोट लगने के कारण सारा सपना टूट गया। सड़क दुर्घटना के बाद बजरंगी लगभग एक साल तक बेड पर रहे. इस दौरान एक दिन टेलीविजन पर पारा बैडमिंटन चैंपियनशिप देखी, तब उनके मन में फिर खेल की दुनिया में उतरने की उम्मीद जगी।
उपलब्धि
बता दें कि बजरंगी ने 2019 तथा 2020 में राष्ट्रीय पारा बैडमिंटन चैपियनशिप में क्वार्टर फाइनल का सफर तय किया। 2022 में झारखंड राज्य पारा बैडमिंटन चैपियनशिप में सिंगल तथा मिक्स्ड डबल्स में विजेता होकर धनबाद जिला तथा एसोसिएशन का नाम रौशन किया।