झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के बेटे कृष अंसारी एक बार फिर सुर्खियों में है, इस बार मंत्री के बेटे चलती कार के सनरूफ से बाहर निकलकर स्टेंट करते हुए नज़र आए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, वीडियो वायरल होते ही रांची ट्रैफिक पुलिस ने इसपर कार्रवाई करके मंत्री जी के बेटे को चालान थमा दिया।
दरहसल स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के बेटे कृष अंसारी का एक रिल्स वायरल हो रहा था, जिसमें वो स्मार्ट सिटी के मंत्री आवास परिसर में गाड़ियों के काफिले के साथ एक चलती कार की सनरूफ से बाहर निकलकर हाथ हिलाते और स्टंट करते नजर आ रहे हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसपर संज्ञान लेते हुए रांची डिप्टी कमिश्नर (DC) मनजुनाथ भजनत्री ने जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) को कार्रवाई करने का आदेश दिया।
इसपर रांची जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मोटर वाहन अधिनियम (MV Act) की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 3,650 रुपये का जुर्माना लगाया। प्रशासन ने मोटर व्हीकल एक्ट 1988 की 179, 177, 190 सहित अन्य धाराओं में यह कार्रवाई की है। इनमें सामान्य ट्रैफिक उल्लंघन, असुरक्षित वाहन चलाना, सीट बेल्ट का उल्लंघन करने को शामिल किया गया है।
उधर प्रशासन की कार्रवाई के बाद मंत्री के पुत्र कृष अंसारी ने शनिवार शाम को DTO कार्यालय पहुंचकर जुर्माना जमा कर दिया। रांची के ट्रैफिक एसपी राकेश सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि वीडियो की पुष्टि के बाद मोटर वाहन अधिनियम की विभिन्न धाराओं का उल्लंघन करने के लिए 3650 रुपए का जुर्माना लगाया गया।
बीजेपी ने साधा निशाना
झारखंड बीजेपी के प्रवेश प्रवक्ता अजय शाह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि झारखंड का यही दुर्भाग्य है कि जहां दूसरे राज्यों के मंत्री-पुत्र विदेश या महानगरों से लौटकर अपने राज्य के लिए नए-नए इनोवेटिव आइडिया और नीतिगत दृष्टि लेकर आते हैं, वहीं झारखंड के मंत्री-पुत्र बाहर से सिर्फ़ दिखावा और लोफरबाज़ी की आदतें लेकर लौटे हैं. उन्हें यह यकीन हो जाता है कि सिर्फ़ पारिवारिक नाम और सत्ता के सहारे वे बिना किसी संघर्ष, जनसेवा या योग्यता के सीधे विधायक या मंत्री बन जाएंगे. अब देखने वाली बात होगी कि रांची डीसी सच में कोई कार्यवाई करेंगे?
इससे पहले भी रील पर मचा था बवाल
बता दें इसी साल के जुलाई महीने में स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान के बेटे कृष अंसारी की एक और वीडियो वायरल हुई थी जिसमें वह अस्पताल में अपने दोस्तों के साथ निरीक्षण करने पहुंच गए थे. वीडियो में यह कहा जा रहा था कि कोई परेशानी हो तो बताइए, मंत्री जी के बेटे आए है. इस वीडियो के सामने आने के बाद भी जमकर बवाल मचा था और स्वास्थ्य मंत्री को इस पर सफाई देनी पड़ी थी.

