इस स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का इलाज करता है सफाई कर्मी का पति, जानें क्या है पूरा माजरा…
झारखंड के दुमका जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की धज्जियां उड़ी हुई है. दुमका में एक ऐसा स्वास्थ्य केंद्र है जहां कहने के लिए डॉक्टर और नर्स तो नियुक्त किए गए हैं लेकिन वो कभी स्वास्थ्य केंद्र आते नहीं, आश्चर्य की बात तो ये है कि उनकी गैर हाजिरी में भी मरीजों का ईलाज हो जाता है. इस स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का ईलाज वहां काम करने वाली सफाई कर्मी का पति करता है. ये हाल है राज्य की उपराजधानी का.
क्या है पूरा मामला
यह मामला दुमका जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर बड़तल्ली पंचायत के गांदो गांव का है। जहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थानीय लोगों को बेहतर और जरुरी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए एक स्वास्थ्य केंद्र संचालित किया जाता है। इस केन्द्र में एक चिकित्सा पदाधिकारी ( सीएचओ) और तीन एनएएम पदस्थापित किये गये हैं। विभाग की ओर से केन्द्र को आवश्यक दवा और अन्य संसाधन भी उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन इस केन्द्र में प्रतिनियुक्त डॉक्टर और एएनएम (नर्स) अक्सर यहां से नदारत रहते हैं. डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कर्मियों की अनुपस्थिति में स्वास्थ्य केन्द्र की महिला सफाई कर्मी के पति की ओर से मरीजों का इलाज कर दिया जाता है।
कैसे हुआ मामले का खुलासा
पिछले दिनों इस स्वास्थ्य केंद्र में औचक निरीक्षण के लिए दुमका में पदस्थापित भारतीय प्रशासनिक सेवा के युवा परिक्ष्यमान अधिकारी (प्रशिक्षु आईएएस) -सह- सहायक समाहर्त्ता सन्नी राज प्रखंड के अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे और केन्द्र का निरीक्षण किया तब इस मामले का खुलासा हुआ.
क्या पाया गया निरीक्षण में
निरीक्षण के क्रम में स्वास्थ्य केन्द्र में भारी अनियमितताए पायी गयी। मौजूद कर्मियों से पूछताछ के क्रम में बतलाया गया कि इस स्वास्थ्य केन्द्र में एक सीएचओ और तीन एएनएम प्रतिनियुक्त है, जिसमें से एक अनाधिकृत रूप से केन्द्र से अनुपस्थित पायी गयी। ओ०पी०डी० रजिस्ट्रर को देखने से पता चला कि 02 जनवरी को तीन मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्र में देखा गया था और देखने के बाद मरीज को दवा भी उपलब्ध करायी गयी थी। इस संबंध में जब उपस्थित नर्स से पूछताछ पर उसने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत सफाई कर्मचारी जोबाती हांसदा का पति ढेना मुर्मू की ओर से मरीजों को देखा गया था। साथ ही मरीज को देखने के बाद उसने दवा भी दी। मरीजों को देखने और दवाई देने की बात ढेना मुर्मू ने यह स्वीकार भी किया। पूछताछ करने पर एएनएम रीना फ्लोरा मुर्मू की ओर से बताया गया कि केंद्र की कुछ दवाईयाँ और किट उनके घर में हैं. निरीक्षण में पाया गया कि इस स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सक महीना में दो-तीन बार ही स्वास्थ्य केन्द्र आते हैं। यहां तक कि पीएम केयर्स का नया ऑक्सीजन का मशीन भी यहां बेकार अवस्था में पड़ा हुआ है।
जांच के बाद अधिकारी ने सभी एएनएम और सीएचओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। स्वास्थ्य केन्द्र में अनियमितता से संबंधित रिपोर्ट सिविल सर्जन दुमका को भी भेजी जा रही है।