झारखंड को अब झारखंडी ही चलाएंगे: हेमंत सोरेन
झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य के सभी जिलों में खतियानी जोहार यात्रा चलाया जा रहा है. खतियानी जोहार यात्रा का यह दूसरा चरण है. इसी क्रम में यह यात्रा कल यानी 23 जनवरी को सिमडेगा जिले में पहुंची. सिमडेगा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिलावासियों को सभा में संबोधित किया.अपने संबोधन में उन्होंने बहुत सी बातें सामने रखी और विपक्ष पर भी खूब निशाना साधा.
झारखंड को झारखंडी ही चलाएंगे : हेमंत सोरेन
सभा में मुख्यमंत्री भाजपा पर बरस पड़े उन्होंने कहा कि-पहली बार झारखंड में झारखंडियों की सरकार बनी है तो विपक्ष को बर्दास्त नहीं हो रहा है. जिस प्रकार गुजरात को गुजराती चला रहे हैं, विकास हो रहा है। महाराष्ट्र में मराठी शासन कर रहे हैं तो विकास हो रहा है उसी तरह अब झारखंड को झारखंडी ही चलाएंगे। न कोई गुजराती चलाएगा और न ही छत्तीसगढ़ी। यहां बाहरी का शासन नहीं चलेगा.
1932 खतियान को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा-
मुख्यमंत्री ने 1932 खतियान को लेकर कहा कि- झारखंड के नव निर्माण की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। इस कड़ी में 1932 का खतियान को हमने विधानसभा से पारित किया तो उसका पूरे राज्य वासियों ने इसका गर्मजोशी से स्वागत किया। हमारी कोशिश यही है कि यहां के लोगों को उनका पूरा हक और अधिकार मिल सके.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में ईडी की कार्रवाई को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि केंद्र के पास झारखंड का करोड़ो रुपए बकाया है. उसे वापस करने की बात पर उन्होंने हमारे यहां ईडी की कार्रवाई कर दी. और मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार व्दारा किए गए कार्यों के साथ-साथ राज्य में उनके व्दारा चलाई जा रही लाभकारी योजनाओं को भी गिनाया.