झारखंड का बेटा अब सेना में बनेगा अफसर, जानें संघर्ष की कहानी
हालातों के सामने झुकने वाले कभी इतिहास नहीं रचते हैं, बल्कि इतिहास तो वो रचते हैं जो अपनी मेहनत, लगन और जज्बे से हालातों को घुटने टेकने को मजबूर कर देते हैं. झारखंड के सचिन ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है. दरअसल, देवघर जिले के सचिन कुमार दुबे ने अपने तीसरे प्रयास में एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) की परीक्षा पास कर ली है और ट्रेनिंग पूरी होने के बाद वे सेना में अफसर बन जाएंगे.लेकिन सचिन के लिए यहां तक का सफर इतना आसान नहीं था. काफी संघर्षों के बाद उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है.
सचिन के पिता ऑटो चलाते हैं
Tv9 भारतवर्ष की से बात करते हुए सचिन ने अपने संघर्ष की कहानी साझा की है. उन्होंने बताया कि उनके पिता ऑटो चलाते हैं और चाचा पानी बेचते हैं, उनके पास खेती के लिए भी कोई जमीन नहीं है. घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है. सचिन ने कहा कि -मैं पढ़ने में ठीक हूं, यह मुझे पता नहीं ,लेकिन घर की आर्थिक स्थितियों को देखकर कई बार अंदर तक हिल जाता. पर, अब मैं ठीक हूं.
इंटर में मिले 98 प्रतिशत अंक
सचिन पढ़ाई में बचपन से ही होशियार रहे उन्होंने कभी कोई कोचिंग नहीं लिया और इंटर की परिक्षा साइंस में 98 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण किया. सचिन अपने पहले दो प्रयास में एनडीए की परिक्षा नहीं पास कर पाये. जिससे वो काफी निराश हो गये. लेकिन पिता के सहयोग से उसने फिर से हिम्मत जुटाई और अपने आखिरी प्रयास में जान झोंक दी.इसमें उसकी मदद रिटायर्ड कर्नल राकेश मिश्र ने भी की. उनकी 15 दिनों की गाइडलाइन के साथ सचिन की सच्ची मेहनत रंग लाई. और आखिरकार सचिन ने एनडीए की परिक्षा पास कर ली.