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घाटशिला सीट पर उपचुनाव की तारीख का हुआ ऐलान, जानें BJP-JMM किस पर लगाएंगे दांव

पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद घाटशिला सीट खाली हो गई थी

पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद घाटशिला सीट खाली हो गई थी

बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही झारखंड की एक सीट पर उपचुनाव होगा। 11 नवंबर को झारखंड के पूर्वी सिंघभूम जिले की घाटशिला सीट पर वोटिंग होगी और इसके नतीजे बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ ही 12 नवंबर को आएंगे।

घाटशिला सीट पर उपचुनाव के लिए 13 अक्तूबर को नोटिफिकेशन जारी की जाएगी और उम्मीदवार 21 अक्तूबर तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 24 अक्तूबर है।

सिर्फ घाटशिला में लगेगी आचार संहिता

चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही इस विधानसभा क्षेत्र में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता पूरे पूर्वी सिंघभूम जिले में लागू नहीं होगी बल्कि ये सिर्फ घाटशिला विधानसभा क्षेत्र पर लागू होगी।

घाटशिला में क्यों हो रहा है उपचुनाव?

घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन राज्य के शिक्षा मंत्री थे और लंबी बीमारी के चलते उनका दिल्ली में इसी साल निधन हो गया। रामदास सोरेन के निधन के बाद से ये सीट खाली थी और अब इसपर उपचुनाव होना है।

कौन सी पार्टी किस पर खेलेगी दांव?

घाटशिला सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ मानी जाती है और बीजेपी सिर्फ एक बार साल 2014 में ही यहां से जीत सकी है। इस बार भी माना जा रहा है कि जेएमएम यहां मजबूत स्थिति में है। फिलहाल अभी तक किसी भी पार्टी ने उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है।

हालांकि माना जा रहा है कि जेएमएम दिवंगत रामदास सोरेन के बेटे सोमेश सोरेन को ही घाटशिला से उम्मीदवार बनाने के मूड में है। वहीं बीजेपी इस बार भी पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को यहां से उम्मीदवार बना सकती है, जिन्हें 2024 विधानसभा चुनाव में रामदास सोरेन ने हराया था।

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