आज से CUET यूजी की परीक्षा शुरू , जाने पूरी डिटेल्स
सीयूइटी यूजी 2023 की परीक्षा की तारीखों में बदलाव हुआ है और यह परीक्षा रविवार से शुरू हो रही है। पहले चरण की परीक्षा 21 से 24 मई तक आयोजित होगी, जबकि दूसरे चरण की परीक्षा 25 से 28 मई तक होगी। कुछ शहरों में रजिस्टर्ड अभ्यर्थियों की संख्या बहुत अधिक होने के कारण, इसके तारीखों को बढ़ा दिया गया है। अब यह परीक्षा दो जून के साथ-साथ पांच और छह जून तक भी चलेगी, और सात और आठ जून को आरक्षित तिथियों के रूप में रखा गया है।
हालांकि, परीक्षा केंद्रों के आवंटन प्रक्रिया पर उम्मीदवारों के बीच आक्रोश है। जमशेदपुर के अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र छत्तीसगढ़, ओडिशा, और बिहार में तय किया गया है। पहली पाली की परीक्षा नौ बजे से 12:15 बजे तक और दूसरे शिफ्ट की परीक्षा तीन बजे से शाम 6:45 बजे तक चलेगी। परीक्षार्थियों को सेंटर पर एक घंटा पहले रिपोर्ट करना होगा।
सीयूटी यूजी के लिए 15,79,536 उम्मीदवारों ने आवेदन किया हैं और इसके लिए कुल 412 शहरों में परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। ये परीक्षा केंद्र 388 शहरों में देशभर में और बाकी 24 शहरों में विदेशों में हैं। मणिपुर में सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए एनटीए (National Testing Agency) ने 29 मई तक की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। इस परीक्षा के लिए कुल 64,35,050 टेस्ट पेपर चुने गए हैं और 48,779 यूनिक कॉम्बिनेशन सब्जेक्ट का चयन किया गया है।
एनटीए की ओर से 21, 22, 23 और 24 मई को 8,08,441 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे, और 25, 26, 27 और 28 मई को 7,71,095 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। ये तारीखें बदल सकती है।
सीयूइटी (CUET) के परीक्षा सेंटर अन्य राज्यों में दिए जाने के संबंध में, झारखंड प्रदेश के सचिव सोहन महतो ने सीयूइटी को रद्द करने की मांग की है और नामांकन प्रक्रिया को सरल बनाने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा है कि सभी अंगीभूत कॉलेजों से इंटरमीडिएट को अलग करना छात्रविरोधी कदम होगा।
यहां तक कि केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की है और झारखंड में भी इस नीति को इस सत्र से लागू किया गया है। नई शिक्षा नीति के तहत, 12वीं के बाद ग्रेजुएशन में नामांकन के लिए सीयूइटी इंट्रेंस एग्जाम अनिवार्य है।
सीयूइटी के लिए प्रवेश परीक्षा के नाम पर छात्रों से 700 से 1300 रुपये की फीस वसूली जा रही है। झारखंड के रांची, जमशेदपुर, बोकारो, चाईबासा, हजारीबाग और रामगढ़ के छात्रों का परीक्षा सेंटर कर्नाटक, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और बिहार में तय किया गया है, जो छात्रों को परेशान करने वाली नीति है।