6 चरणों में बनेंगी वाराणसी-रांची-कोलकाता 6 लेन सड़क, इन एजेंसी को मिला ठेका
वाराणसी से रांची होते हुए कोलकाता तक छह लेन की ग्रीन फील्ड परियोजना के काम की शुरुआत होने जा रही है। इस परियोजना के लिए छह चरणों का टेंडर फाइनल कर दिया गया है और इसके लिए अलग-अलग एजेंसियों को काम देने का निर्णय लिया है।
यह सड़क परियोजना लगभग 200 किलोमीटर लंबी होगी और इसका निर्माण चतरा जिले से शुरू होकर हजारीबाग, रामगढ़ और बोकारो जिले के माध्यम से पश्चिम बंगाल में पहुँचेगी।
इस सड़क परियोजना की लागत के आनुमान के अनुसार, पूरी परियोजना में 12 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत आएगी। इस परियोजना को आठ से 13 पैकेजों में विभाजित किया गया है और यह छह चरणों में पूरा होगा। इन पैकेजों को अलग-अलग एजेंसियों को सौंपा गया है ताकि काम तेजी से और सुगमता के साथ पूरा हो सके।
यह परियोजना जहां झारखंड राज्य के विकास को बढ़ावा देगी, वहीं यह सड़क उपनगरों के बीच सुविधा को भी मजबूत करेगी और व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी। इससे छह जिलों के बीच संचार का अच्छा साधन बनेगा और लोगों को यात्रा में भी आसानी होगी।
इस परियोजना का उद्घाटन राष्ट्रीय सड़क परियोजना निगम (NHAI) द्वारा किया जाएगा और इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा 620 करोड़ रुपये की आर्थिक अनुदान की घोषणा की गई है। यह परियोजना छह लेनों के साथ डिजाइन की जाएगी, जो यातायात को सुगम और अवरुद्ध मुक्त बनाए रखने का लक्ष्य रखेगी।
यह सिक्स लेन रोड जीटी रोड-2 मार्ग पश्चिम बंगाल के कोलकाता के साथ झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के शहरों को भी जोड़ेगा। यह मार्ग वाराणसी के पास चंदौली से शुरू होगा और झारखंड में चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो होते हुए बंगाल के पुरुलिया और बाकुड़ा जिलों में प्रवेश करेगा।
भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली इस सड़क को अनुमानित रूप से 2025 तक पूरा किया जाने की उम्मीद है। यह परियोजना राज्य सरकारों के सहयोग से संचालित होगी और यातायात और व्यापार के क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगी। झारखंड में ये सड़क करीब 200 किमी तक बनेगी।
किस पार्ट का किसको मिला काम
• पैकेज 8 में चतरा के पास सोनेपुरबिगहा से एनएच 22 और चतरा बाइपास (37 किमी) का काम में ट्रिक्स एंड टावर प्राइवेट लिमिटेड, रेल विकास निगम लिमिटेड (टीटीआइपीएल आरवीएनएल) को 1728 करोड़ में दिया, इसकी सिविल लागत 1272 करोड़ है,
• पैकेज 9 के तहत चतरा जिले के एनएच 100 में देवरिया से 31 किमी का काम रामकृपाल कंस्ट्रक्शन को 2400 करोड़ में दिया. 962 करोड सिविल लागत और 1412 करोड़ जमीन आदि पर खर्च होना है.
• पैकेज 10 के तहत दोनोरेशान गांव तक करीब 35 किमी तक 1546 करोड़ में होगा. इसका काम मेसर्स
एचजी इफ्रा इंजीनियरिंग को दिया गया है.
• पैकेज 11 में दोनोरेशान गांव से एनएच 20 के जंक्शन से आगे तक का काम 37 किमी तक का काम सीइआइजीएएलएल इंडिया लिमिटेड को दिया गया. इसकी लागत 1855 करोड़ की होगी, सिविल कॉस्ट 1656 करोड़ होगा.
• पैकेज 12 में एनएच 20 के बोगांबार से एनएच 30 के लेपो गांव तक 33 किमी सडक सीडआइजीएएलएल इंडिया 3048 करोड़ में बनवायेगा.
• पैकेज 13 के तहत एनएच 320 लेपो गांव से कमलापुर गांव झारखंड पश्चिम बंगाल सीमा तक 28 किमी का काम एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग लि को दिया, लागत 2255 करोड़ होगी.