कांग्रेस कोटे के मंत्रियों पर कुर्सी जाने की लटकी तलवार, जल्द आ सकता है बड़ा फैसला
झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के मंत्रियों पर तलवार लटक रही है। आलाकमान ने सभी मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की है. कयास लगाए जा रहें हैं कि इस समीक्षा के बाद कुछ मंत्रियों के सीटें भी बदल सकती हैं. हालांकि झारखंड में कांग्रेस कोटे के मंत्रियों में फेरबदल की यह कवायद कुछ समय पहले से ही चल रही है।
इनकी कुर्सी पर हो सकता है खतरा
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय इस मामले को लेकर सक्रिय हैं। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के कई वरीय नेताओं संग मंत्रणा की है। झारखंड कांग्रेस के तीन मंत्रियों के ऊपर गाज गिरने के संकेत मिल रहे हैं. कांग्रेस आलाकमान की तरफ से यह संकेत मिल रहे हैं कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख की मंत्री की कुर्सी खतरे में पड़ सकती है.
किस नए चेहरे पर हो रही है चर्चा
झारखंड में कांग्रेस कोटे से अब तक किसी महिला चेहरे को आगे नहीं किया गया है। महिला विधायक को मौका देने की चर्चा लंबे समय से चल रही है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है कि झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को पार्टी में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है, उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि इस बात की पुष्टि आधिकारिक तौर पर अभी तक नहीं की गई है. भले ही राजनीतिक गलियारों में पूर्णिमा नीरज सिंह का नाम चर्चा में आगे हो लेकिन महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह और बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद के नाम की भी चर्चा की जा रही है
कांग्रेस किसी फैसले पर पहुंचने से पहले इस बात पर भी फोकस कर रही है कि पार्टी इस फैसले से मजबूत हो। कांग्रेस लंबे समय से झारखंड की राजनीति में प्रयोग करने का मन बना रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का फैसले का ही अंतिम फैसला हो सकता है. लेकिन निर्णय लेने के पहले प्रदेश के वरीय नेताओं के सुझावों को प्राथमिकता दी जाएगी।