नियोजन नीति पर बोले बाबूलाल, बाहरी-भीतरी के नाम पर उन्माद फैला रहे हैं सीएम हेमंत
झारखंड सरकार की नियोजन नीति रद्द होने के बाद सीएम सोरेन पर लगातार तंज कसे जा रहे हैं. विधायक सरयू राय के बाद अब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने,सीएम पर निशाना साधा है. बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर बाहरी भीतरी के नाम पर उन्माद फैलाने का आरोप लगाया है। बाबूलाल मरांडी ने सीएम को घेरे में लेते हुए कहा कि-
“मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, ये आपके बाहरी-भीतरी का राग अलाप कर उन्माद फैलाने से झारखंड के युवा-बेरोज़गार, छात्र नौजवान अब आपके झाँसे में आने वाले नहीं हैं। दो दिन बाद आपके वर्तमान शासन का तीन साल पूरा हो रहा है और आपने खुद स्वीकार किया है कि अबतक 357 युवाओं को ही नौकरी दी है। किसने रोका आपको नौकरी देने से? झारखंड के स्थानीय लोगों को नियम संगत नौकरी देने के लिये आज ही क़ानून बनाइये। क़ानूनी पचड़े में फँसाकर युवाओं को भटकाने वाली नीयत बदलिये। वर्ना युवाओं की आह लगेगी। सारे काम छोड़कर कल से नौकरी देना शुरू कीजिये। आपके इस कदम का सबसे पहले हम समर्थन करेंगे।’
बाबूलाल मरांडी ने उत्पाद नीति पर भी उठाए सवाल
बाबूलाल ने उत्पाद नीति पर भी सरकार को घेरा है. उन्होंने पूछा है कि- क्या ब्रांडेड शराब निर्माताओं का झारखंड पर मई महीने से अब तक करीब 200 करोड़ रुपए बकाया है? जिसका भुगतान उन्हें किया जा रहा है. क्या मई और जून महीने की शराब बिक्री का पूरा पैसा सरकारी खजाने से जमा करवा लिया गया ? निर्माताओं,आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान नहीं किया गया ? उनकी बकाया रकम को भी सरकार का अपना रेवेन्यू बता ढोल पीट दिया. बकायेदारों को भुगतान के बाद सरकार यह बताएं कि वास्तव में सरकार को कितना रेवेन्यू मिला है?
नियोजन नीति के रद्द होने पर वरिष्ठ विधायक सरयू राय ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था- “यूपी, बिहार का काल्पनिक दुश्मन खड़ा करने और उसपर हवा में ज़ुबानी प्रहार करने से #झारखंड का भला नहीं होगा. झारखंड का भला होगा संविधान सम्मत #नियोजन नीति बनाने से ताकि विज्ञापन निकले तो बहाली हो जाए.अभीतक हुई बहाली में कौन झारखंड का नहीं है यह बताएँ.”