बंगाल ने झारखंड की 600 फीट जमीन पर किया कब्जा !
झारखंड के बोकारो जिले के कसमार प्रखंड स्थित सेवाती घाटी में बोकारो फॉरेस्ट डिवीजन ने प्लेन टेबल सर्व का काम पूरा कर दिया है। इस काम के दौरान पता चला है कि बंगाल फॉरेस्ट ने लगभग 85 फुट दक्षिणी भारतीय राज्य झारखंड के हिस्से में अपना बोर्ड लगाया है। सर्वे से पता चला है कि बंगाल फॉरेस्ट ने झारखंड के भूमि के लगभग 600 फुट अंदर तक कब्जा करने का प्रयास किया है।
बोकारो फॉरेस्ट अमीन विनय महतो ने इस बात की पुष्टि की है कि बंगाल फॉरेस्ट ने सेवाती घाटी के झरने के पास सीमा रेखा से करीब 85 फुट अंदर झारखंड के हिस्से में बोर्ड लगाया है। इसके अलावा, उन्होंने सीमावर्ती गांव जुमरा और पाड़ी के सभी रैयती प्लॉट, नदी-नाला, तालाब आदि के अलावा सेवाती के पहाड़ी हिस्सों और बंगाल के तीन सीमाना तक का सर्वे किया है। सर्वे रिपोर्ट और नक्शा को बोकारो डीएफओ को 2–3 दिन में सौंप दिया जाएगा।
तेरेसाथ ही उन्होंने बताया कि रविवार को रांची के विशेषज्ञ संतोष कुमार सिंह डीजीपीएस द्वारा सर्वे कार्य को पूरा किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य गूगल मैप्स में दिखाई जाने वाली गलतियों को सुधारना है ताकि सीमा रेखा के संबंध में कोई अस्पष्टता न रहे।
बोकारो डीएफओ रजनीश कुमार ने बताया है कि सेवाती घाटी के संबंध में सभी आवश्यक डेटा एकत्र किए जा रहे हैं। वे भी मानते हैं कि बंगाल फॉरेस्ट का दावा सेवाती घाटी पर गलत है। इसके अलावा, प्लेन टेबल और डीजीपीएस सर्वे के साथ-साथ कसमार सीओ को भी सरकारी अमीन द्वारा मापा जाने के निर्देश दिए गए हैं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपत्तिजनक मामलों के मामले में सटीकता बनी रहे।
मौके पर प्लेन टेबल सर्वे के सहयोगी टेकलाल गोस्वामी, वनरक्षी पिंटू सोरेन, आजसु नेता महेंद्रनाथ महतो, मुखिया प्रतिनिधि मनोज कुमार महतो, स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता रूपेश कुमार महतो, रमेश महतो, परेश महतो, नकुल महतो, सुखराम मुंडा, रामेश्वर महतो, कुल्लू महतो, मनोज महतो, प्रकाश महतो, अखिलेश्वर महतो, विजय मुंडा, कामेश्वर महतो आदि मौजूद थे। स्थानीय ग्रामीणों ने प्लेन टेबल सर्वे में सेवाती घाटी झारखंड के हिस्से में स्पष्ट होने पर खुशी जताई है।