झारखंड में इस पद पर नियुक्ति के नाम पर हो रही है ठगी, हो जाएं सावधान !!
राज्य में साइबर क्राइम और फर्जीवाड़ा के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. साइबर क्राइम के अपराधी इन दिनों नए-नए हथकंडे अपना कर मासूम लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं. इसी बीच झारखंड में एक और फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है. ठग फर्जी वेबसाइट बनाकर अभ्यर्थियों को अपना शिकार बना रहे हैं. दरअसल बाल विकास परियोजना के नाम पर फर्जी बहाली का मामला सामने आया है। राज्य सरकार का एक फर्जी पत्र दिखाकर विभिन्न प्रखंडों में कांट्रैक्ट पर बहाली के नाम पर युवाओं को ठगा जा रहा है। फर्जी तरीके से नियुक्ति किए जाने की बात पता चलते ही कल्याण निदेशक की ओर से चिट्ठी जारी की गयी है.
क्या है मामला
झारखंड सरकार के कल्याण विभाग के अंतर्गत आने वाले बाल विकास परियोजना में फर्जी तरीके से नियुक्ति किए जाने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फर्जी पत्र निदेशक, बाल विकास परियोजना, महिला एवं बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा विभाग के नाम से जारी किया गया है. लेकन विभाग का मानना है कि ऐसा कोई पद है ही नहीं। विभाग ने बताया, महिला एवं बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा विभाग में निदेशक और समाज कल्याण का पद होता है। वायरल पत्र के मुताबिक 23 दिसंबर को विभिन्न बाल विकास परियोजना के तहत 19 जिलों में संविदा आधारित नियुक्ति के लिए मेधा सूची तैयार कर इंटरव्यू लेने की सूचना वायरल हुई थी।
यहां होना था इंटरव्यू
आपको बता दें कि जो पत्र जारी किया गया है, उसमें इंटरव्यू होने की बात कही गयी थी और साथ ही इंटरव्यू के लिए चिन्हित जगह का पता भी दिया गया था. इस पत्र में निदेशक, एम/ सेवरग्रीन सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, क्वार्टर नंबर 3/22, बी ब्लॉक, शिवपुरी कॉलोनी, हिनू, रांची, झारखंड का एड्रेस मेंशन किया गया है।
हाल ही में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की फर्जी वेबसाइट बनाकर भी आवेदन मांगे जाने की बात सामने आई थी। समाज कल्याण निदेशक ने स्पष्ट किया है कि बाल विकास परियोजना कार्यालय द्वारा इस प्रकार की कोई नियुक्ति प्रक्रिया नहीं हो रही है। यह पत्र पूरी तरह फर्जी है, पूरी नियुक्ति प्रक्रिया ही फर्जी है।