इंजेक्शन लगाना था नस में नर्स ने लगा दी मसल्स में,का टना पड़ा हाथ
झारखंड के एक सरकारी अस्पताल से दिल दहला देने वाली खबर सामने आयी है. सरकारी अस्पताल की नर्स के लापरवाही के कारण मरीज का हाथ काटना पड़ गया. दरअसल कीताडीह पश्चिम पंचायत की निवासी कली पेट खराब होने के कारण सदर अस्पताल में इलाज कराने गई थी। इंजेक्शन देना था नस में, जबकि नर्स ने मसल्स में दे दिया. नतीजतन कली का हाथ काटना पड़ गया. यह मामला राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कड़े सवाल खड़े करता है.
क्या है पूरा मामला
यह मामला पिछले साल अगस्त 2022 का है. कीताडीह पश्चिम पंचायत की निवासी राजेश कुमार शर्मा की बेटी कली शर्मा पेट खराब होने के कारण सदर अस्पताल में इलाज कराने गई थी। नर्स को इंजेक्शन देना था नस में, लेकिन उसने लापरवाही के कारण इंजेक्शन मसल्स में दे दिया। इसके कारण कली के हाथ में पहले असह्य पीड़ा हुई। फिर हाथ काला पड़ने लगा। सदर अस्पताल सेटीएमएच भेजा गया। वहां बिना इलाज किए हायर सेंटर रेफर किया गया। परिजन वहां से कोलकाता के एएमआरआई अस्पताल ले गये, परंतु हाथ काटना पड़ा. वहां 20 दिन रहना पड़ा। अब राजेश शर्मा पर लगभग 10 लाख कर्ज हो गया। जिनसे मदद ली थी, अब वे मांग रहे हैं।
नौकरी का दिया गया था आश्वासन
रिपोर्ट्स के मुताबिक उपायुक्त विजया शर्मा ने पिछले साल आश्वासन दिया था कि कली को इसके लिए मुआवजा मिलेगा. इलाज का खर्च दिलवाने की बात कही थी. इसके साथ ही कली को नौकरी दिलाने का भी आश्वासन भी दिया था। परंतु इनमें से कोई आश्वासन पूरा नहीं हुआ है।
सोमवार को जनता दरबार में राजेश बेटी कली के साथ डीसी से मिलने पहुंचे थे। परंतु वह नहीं थीं। इसके कारण राजेश शर्मा डीआरडीए के निदेशक सौरव सिन्हा और जिला योजना पदाधिकारी अरुण द्विवेदी को मांगपत्र सौंपकर लौट गये। कली ने इस वर्ष अपनी मैट्रिक की परीक्षा बाएं हाथ से ही दी और अब वह बाएं हाथ से ही लिखने का प्रयास कर रही है.