झारखंड में जल्द बनेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के 6 फोरलेन कॉरिडोर
अब झारखंड में रोड से आवागमन और भी आसान और सुविधाजनक हो जाएगा. झारखंड को जल्द ही इंटरनेशनल स्तर के फोरलेन कॉरिडोर की सौगात मिलने वाली है, वो भी एक या दो नहीं बल्कि पूरे 6 फोरलेन कॉरिडोर. झारखंड में बहुत जल्द फोरलेन कॉरिडोर का काम शुरु होने वाला है. सभी कॉरिडोर अंतरराष्ट्रीय स्तर के हाईवे होंगे. इन कॉरिडोर के बनने के बाद राज्य के अंदर यात्रा करने में कम समय और कम दूरी तय करनी होगी.
150 किलोमीटर तक की दूरी होगी कम
पथ निर्माण सचिव सुनील कुमार ने कहा- पथ निर्माण विभाग मुख्यमंत्री के विजन पर काम कर रहा है. रोड कॉरिडोर योजना के तहत कई सड़कें टू लेन की है उन्हें फोरलेन में तब्दील किया जाएगा. कई पर नजहों पर नई सड़कें बनाई जाएंगी. इसके बन जाने से राज्य के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने में 100 से 150 किलोमीटर की दूरी कम होगी.
ये होंगे 6 फोरलेन कॉरिडोर
–इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर, 393 किलोमीटर से चतरा बरही बेंगाबादमधुपूर-सारठ-पालोजोरी होते हुए दुमका तक।
–इस्टर्न कॉरिडोर, 121 किलोमीटर साहिबगंज से जामताड़ा-निरसा-सिंदरी-चंदनक्यारी होते हुए चांडिल तक।
–नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर, 275 किलोमीटर झुमरी तिलैया से एनएच-2 पर विष्णुगढ़-पेटरवारकसमार- बरलांगा-सिल्ली रड़गांवसरायकेला-चाईबासा-जैतगढ़ होते हुए ओड़िशा की सीमा तक।
–सेंट्रल कॉरिडोर, 140 किलोमीटर रांची से बूढ़मू-टंडवा-चतरा-हंटरगंज होते हुए डोभी बिहार की सीमा तक।
–टूरिस्ट कॉरिडोर, 270 किलोमीटर मिलन चौक (सिल्ली रंगमाटी रोड) से सारजमडीह-तमाड़- खूंटी- गोविंदपुर से घाघरा-नेतरहाट-गारू-सरयू-लातेहार-हेरहंज-बालूमाथ मैक्लुस्कीगंज होते हुए चामा मोड़ तक।
–होली टूरिस्ट कॉरिडोर, 170 किलोमीटर रांची से ओरमांझी-गोला-रजरप्पा डुमरी और गिरीडीह होते हुए देवघर तक .यह लुगूबुरु पारसनाथ और बाबा धाम को आपस में जोड़ेगा।
बता दें कि, राज्य के औद्योगिक और पर्यटन क्षेत्रों के विकास को लक्ष्य बनाकर कॉरिडोर की योजना तैयार की गई है, अब इसका डीपीआर जल्द तैयार किया जाएगा. 90 दिनों के अंदर डीपीआर तैयार किया जाना है. डीपीआर बनने के बाद योजनाओं की स्वीकृति कराकर इसके निर्माण की दिशा में कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।