झारखंड की बेटी ने फतह किया केदारकंठा, रचा इतिहास
झारखंड बहादुर और हिम्मत वाले लोगों का प्रदेश है. चाहे तो आप इतिहास के पन्ने पलट कर देख लें. गुमला की संतोषी ने राष्ट्रीय फलक पर झारखंड का नाम रौशन कर दिया है. संतोषी कुमारी ने सिर्फ ढाई दिनों में केदारकंठा फतह कर लिया है. आपको बता दें केदारकंठा हिमालय की एक पर्वत चोटी है.
संतोषी की यात्रा
संतोषी कुमारी ने अपनी ट्रैकिंग की शुरुआत बीते 25 दिसंबर की सुबह 6 बजे की थी. और ये 27 दिसंबर तक चली. 19,500 फीट की चढ़ाई को संतोषी ने केवल ढाई दिनों में पूरा कर लिया. हिमालय रेंज के केदारकंठा ट्रैक में तापमान माइनस 19 डिग्री था. इस कपकपाती ठंड में भी संतोषी ने हार नहीं मानी. इतनी ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी होने के बावजूद अपने लक्ष्य को पूरा किया. शिखर की चोटी पर पहुंचकर संतोषी ने सूर्य नमस्कार किया। इसके बाद शान से तिरंगा फहराया।
रांची यूनिवर्सिटी में सहायक प्राध्यापक है संतोषी
संतोषी फिलहाल रांची यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ योगा में सहायक प्राध्यापक हैं। साथ ही नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन की जज हैं। इससे पहले वह आयुष विभाग से जुड़ी हुई थी। संतोषी के पिता लालधर साहू सेवानिवृत्त सेना अधिकारी हैं। पिता से ही उनको ट्रैकिंग की प्रेरणा मिली है।
संतोषी पहले भी कर चुकी है चढ़ाई
संतोषी अपने लाइफ में हमेशा एडवेंचर की तलाश में रहती हैं.उन्हें पर्वतों की चढ़ाई करना काफी पसंद है. इससे पहले वह 2011 में हनुमान टिब्बा पर्वत श्रंखला पर चढ़ चुकी हैं।