जेपीएससी की नियुक्ति प्रक्रिया की गति काफी धीमी, अभ्यर्थी परेशान
झारखंड का इतिहास नियुक्तियों के मामले में बहुत अच्छा नहीं रहा है.और यहीं सिलसिला आज भी चल रहा है.दरअसल, झारखंड लोक सेवा आयोग यानी जेपीएससी की नियुक्ति की प्रक्रिया काफी धीमी गति से चल रही है. स्थिति यह है कि एकल पदों पर नियुक्ति में भी एक साल से अधिक समय लग जा रहा है, किसी में लिखित परीक्षा तक नहीं हुए और किसी में इंटरव्यू तक बात जा के रुक गई है.
इन पदों की रुकी है बहाली
एकल पदों की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग के अधीन माइक्रोबायोलाजिस्ट तथा फूड एनालिस्ट के पद के नियुक्ति एक साल से नहीं हो पाई है. यहां तक की इसके लिए अब तक साक्षात्कार भी नही हुए हैं.
भूमि संरक्षण निदेशक पद के लिए पिछले साल 11 जुलाई को ही आवेदन मंगाए गए थे। इसके लिए भी साक्षात्कार नहीं हुए है।
निदेशक, डेयरी के लिए भी पिछले साल 11 जुलाई को विज्ञापन जारी कर आवेदन मंगाए गए थे। इस पद के लिए भी अभी तक साक्षात्कार नहीं हुआ है।
आयुष चिकित्सकों में आयुर्वेद के 207, होम्योपैथी के 137 तथा यूनानी के 78 पद शामिल हैं.
आयुष चिकित्सकों के 422 पदों पर लिखित परीक्षा भी अब तक नहीं लिए गए हैं.
मेडिकल कालेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 44 पदों पर नियुक्ति रुकी हुई है.
इसी तरह, कुछ अन्य पदों के लिए भी परीक्षाएं अब तक लटकी हुई हैं।
आपको बता दें कि जेपीएससी ने पिछले 6 महिनों में केवल तीन पदों के लिए ही विज्ञापन निकाले हैं, स्थिति काफी चिंताजनक है.