रामगढ़ के साद ने नेत्रहीनों के लिए बनाया स्मार्ट स्टि क, जानें क्या है इसकी खासियत
झारखंड के युवा जितना खेल कूद में आगे हैं उतना ही इनोवेशन के काम में भी लगातार सफलता हासिल कर रहे हैं. राज्य के युवा अपने इनोवेटिव सोच से समाज के लोगों के लिए उपयोगी चीजों का आविष्कार कर राज्य का नाम आगे बढ़ा रहे हैं. इसी कड़ी में आज हम बात करेंगे रामगढ़ के चितरपुर के साद की जिन्होंने नेत्रहीनों के बारे में सोचा और उनके लिए एक ऐसी छड़ी बनाई जिससे उन्हें सड़क पर आने वाले ठोकरों के बारे में पहले ही जानकारी हो जाएगी और वे चोटिल होने से बच जाएंगे.
साद इनोवेशन सेंटर चितरपुर के छात्र हैं
प्रभात खबर की रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद साद इनोवेशन सेंटर चितरपुर के छात्र हैं. साद ने नेत्रहीन लोगों के लिए स्मार्ट स्टीक बनाया है. छात्र ने इस स्मार्ट स्टीक का निर्माण प्रोजेक्ट त्रिनेत्र के तहत किया है, जो नेत्रहीनों को रास्ता बताने में मदद करेगा. इस स्मार्ट छड़ी के बारे में साद ने बताया कि इसके निर्माण में आरडीनो, यूनो, अल्ट्रासोनिक सेंसर, बजर जंपर वायर, बैट्री और स्टीक के लिए पीबीसी पाइप का उपयोग किया गया है. इस स्टीक को लेकर कोई नेत्रहीन चलता है, तो उसे दो फीट पहले ही किसी रुकावट, ठोकर या बाधा का पता चल जायेगा, क्योंकि बजर बजने लगेगा. इस तरह नेत्रहीन किसी से टकराने से बच जायेंगे.
बताते चलें कि इस स्मार्ट स्टिक के निर्माण में सेंटर के निदेशक फैयाज अहमद, समन्वयक तौकीर एहसान खान, वसीम हसन और कमर सिद्विक का भी योगदान है. निदेशक अहमद ने बताया कि इनोवेशन सेंटर की स्थापना एक साल पहले हुई थी, जिसमें बच्चों में सृजनात्मक क्षमता, व्यवहारिक समस्या, समाधान, कौशल विकास एवं नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है. छात्र की इस उपलब्धि पर सेंटर के सना उल्लाह, गुलअफशा खातून, बुशरा खातून सहित कई ने बधाई दी है.