सहारा इंडिया से निवेशकों के पैसे वापस दिलाने का राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है : बादल पत्रलेख
झारखंड विधान सभा में शीतकालीन सत्र चल रहा है. सत्र के दौरान सदन में प्रतिदिन मंत्रियों व्दारा विभिन्न मुद्दें उठाए जा रहे हैं. गोमिया विधायक लंबोदर महतो ने सदन में बहुत अहम मुद्दा सरकार के सामने रखा है. लंबोदर महतो ने सहारा इंडिया के निवेशकों का मामला सदन में उठाया.
लंबोदर महतो ने राज्य सरकार से मांगा जवाब
लंबोदर महतो ने राज्य सरकार से सवाल किया कि सहारा इंडिया में निवेशकों के पैसे कैसे वापस दिलाएगी राज्य सरकार. सहारा इंडिया में झारखंड के लोगों के करोड़ों रुपए फंसे होने का मुद्दा उठाते हुए इसे वापस दिलाने में सरकार की ठोस मांग पहल की मांग की।
लंबोदर महतो ने बताया ,गोमिया के 18000 निवेशकों का पैसा सहारा इंडिया में फंसा हुआ है. सिर्फ गोमिया प्रखंड में 18.5 हजार निवेशक को और जमा कर्ताओं का 274 करोड रुपए का भुगतान सहारा इंडिया ने नहीं किया है. देश के तीन करोड़ लोगों का 19 हजार करोड़ सहारा इंडिया में फंसा हुआ है. उन्होंने सरकार से ठोस पहल कर लोगों का पैसा वापस दिलाने की मांग रखी है.
बादल पत्रलेख ने जवाब में कहा
मंत्री बादल पत्रलेख ने जवाब में कहा कि, सहारा इंडिया का मामला सीधे राज्य सरकार के प्रभाव में नहीं आता है लेकिन आम निवेशकों के पैसे वापस दिलाने को लेकर राज्य सरकार चिंतित है। सहारा इंडिया में 3.7 करोड़ निवेशकों के 24,548 करोड़ रुपए की मॉनिटरिंग की जा रही है। झारखंड के 745 निवेशकों के पैसे लौटाए गए हैं ,जिनके पैसे अभी तक नहीं लौटे हैं उन्हें वापस दिलाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
देश भर से प्राप्त 19,650 दांव में से 17,526 का निष्पादन कर दिया गया है।
इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय की बेंच का गठन जल्द किया जाना है।
जनवरी 2023 के दूसरे या तीसरे हफ्ते में सुप्रीम कोर्ट की बेंच मामले को देखेगी.
सेबी ने निवेशकों के पैसे लौटाने के लिए दिशा-निर्देश मांगा है।
सरकार ने जमा कर्ताओं की शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 भी जारी किया है।