झारखंड के विक्रांत श्री भारतीय सेना में बने लेफ्टिनेंट
झारखंड के युवा हर क्षेत्र में अपनी और राज्य की पहचान बना रहे हैं. खेल जगत से लेकर अभिनय के क्षेत्र से भारतीय सेना हर जगह लगातार सफलता हासिल कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज हम बात कर रहे हैं रजरप्पा के विक्रांत श्री की जिन्होंने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया है. भारतीय सेना में इस उच्च पद पर अफसर बनकर विक्रांत ने अपने माता-पिता के साथ साथ राज्य का नाम भी आगे बढ़ाया है.
4 असफलताओं के बाद मिली सफलता
प्रभात खबर की रिपोर्ट के अनुसार विक्रांत ने बीते मार्च 2022 में यूपीएससी सीडीएस की परीक्षा दी. मई महिने में इसका परिणाम जारी हुआ और इसमें इनका चयन हुआ. इसके बाद इलाहाबाद में 6 दिनों तक इंटरव्यू और 11 दिनों तक मेडिकल जांच हुआ. तत्पश्चात वर्ष 2023 जनवरी महिने में मेरिट लिस्ट जारी हुआ. जिसमें विक्रांत को पूरे देश में 44वां रैंक प्राप्त हुआ. अब एक वर्ष तक ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में प्रारंभिक प्रशिक्षण होने के बाद उन्हें पोस्टिंग मिलेगी. बता दें कि विक्रांत को भारतीय सेना के सीडीएस और एयरफोर्स की परीक्षा में चार बार असफलता मिली. लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं माना. अंततः पांचवीं प्रयास में उन्होंने यूपीएससी सीडीएस (कंबाइंड डिफेंस सर्विस) में सफलता हासिल की और भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने.
विक्रांत श्री ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि -बारहवीं कक्षा से ही सेना में जाने की इच्छा थी. अब यह सपना पूरा हुआ है. राष्ट्र की रक्षा के साथ सेवा करना गर्व के साथ सौभाग्य की बात है. मां छिन्नमस्तिके देवी की कृपा और बड़ों के आशीर्वाद से मुझे यह उपलब्धि हासिल हुआ है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता, पिता, बड़े भाई, दादा हरिहर साहू और अपने गुरुगुजनों को दिया है.
बता दें कि विक्रांत के पिता केवल विजय सीसीएल रजरप्पा में वित्त विभाग में कार्यरत है. मां रेखा देवी गृहणी और बड़ा भाई विक्रम श्री अमेरिका में कार्यरत है.