देश में आज जो परिस्थिति बनी हुई है, यह आनेवाली पीढ़ी के लिए चिंताजनक : हेमंत सोरेन
सोमवार को नई दिल्ली में अखिल भारतीय सामाजिक न्याय महासंघ के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित किया गया. ऑल इंडिया फेडरेशन फॉर सोशल जस्टिस का पहला राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व में आयोजित की गई। इस सम्मेलन में देश के कई दिग्गज नेताओं और मंत्रियों ने भाग लिया और सम्मेलन को संबोधित किया. जिसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपने विचार व्यक्त किए हैं. सीएम सोरेन ने अपने संबोधन में विपक्ष पर निशाना साधा है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा-
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि -आज जहां एक तरफ देश में अमृतकाल और विश्व गुरु की संज्ञा दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर हमलोग सामाजिक न्याय मांग रहे हैं। केंद्र सरकार की गलत नीतियों और निर्णयों के कारण देश का लोकतांत्रिक ढांचा ध्वस्त होता दिख रहा है। आज एसटी, एससी, माइनॉरिटी, ओबीसी और महिलाओं के अधिकारों की संरक्षा के लिए हम सभी को एक प्लेटफॉर्म पर आकर संघर्ष करना पड़ रहा है। आज तो स्थिति ऐसी हो गई है कि कोई भी व्यक्ति जब सामाजिक न्याय की बात करता है या बातों को लेकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश करता है, तो उसे जेल जाना पड़ता है।
सीएम ने कहा कि वे जब सामाजिक न्याय की लड़ाई को देखते हैं, तब दिशोम गुरु शिबू सोरेन की संघर्षमय यात्रा याद आती है। जब देश की आजादी का सपना देखा जा रहा था, उससे पहले ही यहां के आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़नी शुरू कर दी थी। दुर्भाग्यवश आज फिर हम उसी जगह अपने आप को खड़े पा रहे हैं, जहां से हमारे पूर्वजों ने संघर्ष की शुरुआत की थी। अधिकार लेने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश में आज जो परिस्थिति बनी हुई है, यह आनेवाली पीढ़ी के लिए चिंताजनक है।
कई बड़े नेताओं ने भी किया संबोधित
बता दें कि इस कॉन्फ्रेंस को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सीपीएम के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी, सीपीआई के जनरल सेक्रेटरी डी राजा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह व राजद के मनोज झा आदि ने संबोधित किया.