घूस में ली कान की बाली, तब कराया प्रसव
अस्पताल, डॉक्टर, नर्स इन नामों को सिर्फ सुनने से ही किसी भी मरीज को राहत मिल जाती है. जब कोई मरीज अस्पताल पहुंचता है तो उसके मन में ढाढस बंध जाता है कि वो ठीक हो जाएगा. लेकिन, आपने कभी सोचा है कि अस्पताल जाना ही आपके जान का खतरा बन जाए तो आप क्या करेंगे. दरअसल, लातेहार जिले के के हेरहंज प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से ऐसी ही डरावनी खबर सामने आयी है. दो नर्सों के लालच के कारण एक मासूम की गर्भ में ही मौत हो गई. पीड़ित परिवार ने नर्सों के खिलाफ केस किया है.
क्या है मामला
हेरहंज प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को एक दलित समुदाय की महिला प्रसव के लिए आई थी. पीड़िता को प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद उसे स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. उसे काफी तेज दर्द हो रहा था. वह दर्द से तड़प रही थी. बावजूद इसके लालच के वशीभूत अस्पताल के कर्मचारियों ने उसका प्रसव रोक दिया.
अस्पताल की दो एएनएम (नर्स) ने पीड़िता के परिवार ने नेग की मांग की. नेग में उन्होंने 18,000 रुपये की मांग की.
पीड़िता का परिवार इतने रुपए देने में असमर्थ था. इसलिए उन्होंने पहले मना कर दिया.
दोनों नर्से जिद्द पर अड़ गईं और नेग ना मिलने पर डिलीवरी ही रोक दी. महिला पांच घंटे तक दर्द से तड़पती रही.
आखिर में महिला के परिजनों ने कान की बाली निकाल कर दी. इसके बाद प्रसव कराया गया, लेकिन इतने समय में बच्चे की मौत गर्भ में ही हो चुकी थी.
परिजनों ने की नर्सों के खिलाफ केस
इस घटना के बाद महिला के परिजनों ने आरोपी नर्सिंग कर्मियों के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी है. पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
मौके पर पहुंचे बीडीओ
हंगामे की सूचना पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुरेश राम और वीडियो प्रदीप कुमार दास मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से बात करने के बाद दोनों नर्सों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दोनों एएनएम पर अपराधिक मुकदमा दर्ज कर इन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त कर देना चाहिए :प्रतुल शाहदेव
हेरहंज प्रखंड पहुंचे बीजेपी नेता और प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने दोनों एएनएम पर अपराधिक मुकदमा दर्ज करने और इन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से एक दलित परिवार की बेटी का प्रस्ताव केवल पैसों के लिए 5 घंटे तक रोक दिया गया यह बेहद गंभीर मामला है उन्होंने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की।